किसानों की आय दोगुनी करने केे लिए कृषि वैज्ञानिकों का सहयोग जरुरी: कोविंद
कानपुर: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य को कृषि वैज्ञानिकों के सहयोग के बगैर पूरा नहीं किया जा सकता। कोविंद बुधवार को चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में आयोजित एक समारोह में बोल रहे थे। समारोह जलवायु परिवर्तन में छोटे किसानों को खेती से कैसे अधिक लाभ हो, इस पर वक्ताओं ने विचार व्यक्त किए।
कोविंद ने कहा कि सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसे पूरा करने के लिए कृषि वैज्ञानिकों को आगे आना पड़ेगा। उनका कहना था कि सरकार के ‘पर ड्रप मोर क्रॉप’ के संदेश को प्रभावी बनाने के लिए आधुनिकतम तकनीक अपनानी पड़ेगी। आधुनिक तकनीक से ही किसानों को उनकी मेहनत का पूरा लाभ मिलेगा। राष्ट्रपति ने कहा कि खाद्यान्न के साथ किसान मुर्गी पालन, बकरी पालन और दुग्ध उत्पादन भी कर सकते हैं। उनके उत्पादों को समय पर अच्छा मूल्य देने के लिए मार्केटिंग और फूड प्रोसेसिंग जैसी योजनाओं पर काम किया जा रहा है।
कोविंद ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने स्वतंत्रता आन्दोलन के दौरान किसानों को देश का केन्द्र बिन्दु और राष्ट्र निर्माता बताया था। वह भी गांधीजी के विचारों से सहमत हैं। किसानों को आगे बढ़ाना ही होगा। छोटे किसानों को फूड प्रोसेसिंग से जोडे जाने पर बल देते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि देश में 60 फीसदी खेती बारिश पर आधारित है। ऐसे में प्रतिवर्ष 13 राज्यों को सूखे का सामना करना पड़ता है। ऐसी परिस्थति में किसानों को कम पानी में पैदा होने वाली फसलों और पानी का पूरा इस्तेमाल करने के बारे में जागरुक किया जाना चाहिए। हरियाणा के करनाल जिले के किसानों का समूह इस बात की मिसाल है।