बिहार : शहीद सैनिकों के सम्मान को लेकर राजनीती शुरू
पटना: बिहार में शहीद सैनिकों के सम्मान को आधार बनाकर राजनीतिक रोटियां सेंकने का खेल शुरू हो गया है. अंतर इतना है कि कल तक भाजपा और नीतीश कुमार राजद को घेरती थी, मगर अब राष्ट्रीय जनता दल की बारी है. यही वजह है कि राजद नीतीश कुमार और सुशील मोदी से सवाल पूछ रही है. दरअसल, दो शहीद जवान के अंत्येष्टि में राज्य सरकार की ओर से न कोई मंत्री शामिल हुआ और न बीजेपी का कोई वरिष्ठ नेता. बस इसी को मुद्दा बनाकर तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर हमला बोला है.
विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में दो जांबाज सैनिक वीरगति को प्राप्त हुए, मगर नीतीश सरकार का एक मंत्री भी वीर जवानों को श्रद्धांजलि देने नहीं गया और न ही अंतिम संस्कार में शामिल हुआ. बता दें कि सीआरपीएफ जवान मुजाहिद के परिवार वालों ने सरकार की तरफ से दी जाने वाली पांच लाख के मुआवजे की राशि को लेने से इनकार कर दिया.
तेजस्वी यादव ने प्रहार करते हुए कहा कि ‘नीतीश जी संघ का वकील मत बनिए. ये राजनीतिक आरोप नहीं, शहीदों के सम्मान की बात है. शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दने की बजाय नीतीश कुमार के मंत्री गाना-गाने में व्यस्त थे. शर्म आनी चाहिए. साहब कम से कम शहीदों के प्रति तो संवेदना होनी चाहिए.’