पाकिस्तान में सेना की आलोचना करने वाले एक पत्रकार के अपहरण का प्रयास
इस्लामाबाद: पाकिस्तान में सेना की आलोचना करने वाले एक पत्रकार के अपहरण का प्रयास किया गया, हालांकि वह बाल-बाल बच गए. पत्रकार ने बताया कि उन पर हथियारों से लैस लोगों ने हमला किया था.
वर्ष 2014 में फ्रांस के सर्वोच्च पत्रकारिता सम्मान ‘अलबर्ट लांड्रेस पुरस्कार’ से नवाजे गए ताहा सिद्दीकी ने बताया कि वह रावलपिंडी में हवाईअड्डे जा रहे थे कि तभी उन पर लगभग एक दर्जन लोगों ने हमला कर दिया. उन्होंने बताया कि अपहृत होने से पहले वह किसी तरह वहां से निकल भागने में सफल हुए. इस दौरान मारपीट में उन्हें हल्की चोटें भी आई है.
सिद्दीकी ने ट्वीट किया, ‘सुरक्षित हूं और अब पुलिस के पास हूं. किसी भी तरीके से समर्थन की चाहत है #लापता होने की घटनाएं रुकें.’ भारतीय टीवी चैनल वियोन के पाकिस्तानी ब्यूरो प्रमुख के पद पर कार्यरत सिद्दीकी देश के सुरक्षा प्रतिष्ठान के बारे में आलोचनात्मक लेखन के बाद, पहले भी अधिकारियों की तरफ से परेशान किए जाने की शिकायत कर चुके हैं.
मानवाधिकार और मीडिया समूहों ने इस घटना पर चिंता जताते हुए कहा कि पत्रकारों के खिलाफ हिंसा का इस्तेमाल परेशान करने वाला है.