गुरू बाबा घासीदास ने दिया था स्त्री-पुरूष समानता का संदेश : डॉ. रमन सिंह

गुरू बाबा घासीदास ने दिया था स्त्री-पुरूष समानता का संदेश : डॉ. रमन सिंह
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रायपुर: मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में पूरी दुनिया में स्त्री-पुरूष समानता की बात हो रही है, जबकि छत्तीसगढ़ के महान समाज सुधारक गुरू बाबा घासीदास जी ने 18वीं सदी में ही यह कहा दिया था कि संसार में स्त्री और पुरूष के बीच किसी भी प्रकार का सामाजिक भेदभाव नही होना चाहिए। स्त्री-पुरूष एक समान हैं। सबके प्रति बराबरी की भावना होनी चाहिए। गुरू बाबा का श्वेत ध्वज और जैतखाम उनकी तपस्या, सादगी और ईमानदारी का प्रतीक है।

मुख्यमंत्री ने आज राज्य के तीन जिलों में गुरू घासीदास जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों में आम जनता और श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए इस आशय के विचार व्यक्त किए। डॉ. सिंह ने तहसील मुख्यालय सारंगढ़ (जिला रायगढ़), पण्डरिया विकासखण्ड के ग्राम खूंटा (जिला-कबीरधाम) और मुंगेली जिले के लालपुर में आयोजित कार्यक्रमों में लोगों को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा- बाबा ने ’मानव-मानव एक समान’ के प्रेरक वाक्य के साथ यह भी संदेश दिया था कि स्त्री और पुरूष भी एक समान हैं। बेटे और बेटियों में कोई अंतर नही होना चाहिए। प्रत्येक मनुष्य को सभी प्राणियों के प्रति दया और करूणा की भावना रखनी चाहिए।

लोगों को सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलना और हर किसी के लिए सहानुभूति रखना सिखाया। डॉ. रमन सिंह ने कहा- बाबा घासीदास ने अपने प्रेरक संदेशों के जरिए पूरी दुनिया को जोड़ने का सार्थक प्रयास किया। उन्होंने छुआछूत की सामाजिक बुराई को समाप्त करने के लिए ’मनखे-मनखे एक समान’ का प्रेरणादायक नारा दिया। खेतों में दोपहर को बैल अथवा भैंस से जोताई नही करने की नसीहत देते हुए उन्होंने समाज को सभी जीवों के प्रति दया की भावना रखने की शिक्षा दी। अंधविश्वास के खिलाफ और नशे की सामाजिक बुराई के खिलाफ जन-जागरण का प्रयास किया।

मुख्यमंत्री ने कहा-गुरू बाबा घासीदास जी के सभी उपदेश सम्पूर्ण मानवता के लिए हैं। उनके किसी भी एक उपदेश पर यदि हम अमल करें तो हमारा जीवन सार्थक हो सकता है। उन्होंने सत्य और अहिंसा को मानव जीवन का आभूषण माना। गुरू बाबा घासीदास की जन्मस्थली और तपोभूमि गिरौदपुरी का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा-यह पवित्र धाम हम सबकी आस्था का प्रतीक है। जब मैं पार्षद था, तब से वहां समय-समय पर आता-जाता रहा हूं।

देश के नये राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जब बिहार के राज्यपाल थे, उस समय भी गिरौदपुरी दर्शन के लिए गए थे और पिछले माह छत्तीसगढ़ राज्योत्सव के समापन समारोह में वे रायपुर आए थे, तब भी अगले दिन उन्होंने वहां जाकर पूजा-अर्चना की थी। मुख्यमंत्री ने कहा-गिरौदपुरी के विकास के लिए गुरू बाबा घासीदास के आशीर्वाद से राज्य सरकार ने कई निर्माण कार्य करवाए हैं। सरकार तो निमित्त मात्र है, बाबा का आशीर्वाद हमारे साथ है तो सरकार की ओर से वहां लगातार विकास के कार्य हो रहे हैं। दुनिया का सबसे बड़ा जैतखाम वहां बनवाया गया है। डॉ. रमन सिंह ने तीनों समारोहों में राज्य और केन्द्र सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति वर्ग के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए भी कई योजनाएं शुरू की गई हैं। राज्य सरकार ने अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण का गठन किया है।

मुख्यमंत्री ने किया एम्बुलेंस का लोकार्पण

डॉ. रमन सिंह ने मुंगेली जिले के लालपुर में आयोजित गुरू घासीदास जयंती समारोह में मुख्यमंत्री ने विधायक मद की राशि से प्राप्त एम्बुलेंस का लोकार्पण किया और उसे हरी झण्डी दिखाई। उन्होंने जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को एम्बुलेंस की चाबी सौंपी। इस अवसर पर खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री पुन्नूलाल मोहले, सहकारिता, पर्यटन और संस्कृति मंत्री तथा जिले के प्रभारी श्री दयालदास बघेल, लोकसभा सांसद श्री लखन लाल साहू , राज्यसभा सांसद डॉ. भूषण लाल जांगड़े, संसदीय सचिव द्वय सर्वश्री तोखन साहू और राजू सिंह क्षत्री सहित विभिन्न पंचायत राज संस्थाओं के अनेक पदाधिकारी, सतनामी समाज के प्रमुखजन और बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर गुरू घासीदास की जीवनी पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने समारोह में ग्राम पताड़ी (जिला-कोरबा) से प्रकाशित सतनाम कैलेण्डर का विमोचन भी किया।

जल्द होगा ज्ञानस्थली का विकास

मुख्यमंत्री ने तहसील मुख्यालय सारंगढ़ स्थित पुष्प वाटिका ज्ञानस्थली में गुरू घासीदास जयंती को सम्बोधित करते हुए कहा – ज्ञान स्थली एक जाग्रत स्थान है, जिसके विकास के लिए मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान के मद से 50 लाख रूपए मंजूर किए जा चुके हैं। बहुत जल्द इसे बेहतर ढंग से विकसित किया जाएगा। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को इसके लिए जल्द से जल्द कार्ययोजना बनाने और राशि का उपयोग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। पर्यटन और संस्कृति मंत्री श्री दयाल दास बघेल और राज्यसभा सांसद डॉ. भूषण लाल जांगड़े सहित विधायक श्रीमती केराबाई मनहर वहां विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थीं। मुख्य अतिथि की आसंदी से डॉ. रमन सिंह ने लोगों को सम्बोधित करते हुए यह भी कहा कि बाबा घासीदास जी के आशीर्वाद से सतनामी समाज शैक्षणिक, सामाजिक और आर्थिक विकास की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। राज्य और केन्द्र सरकार ने ’सबके साथ-सबका विकास’ की भावना के अनुरूप समाज के सभी वर्गों की बेहतरी के लिए और विशेष रूप से समाज की अन्तिम पंक्ति के लोगों की भलाई के लिए अनेक योजनाओं की शुरूआत की है।
समारोह को पर्यटन और संस्कृति मंत्री श्री दयालदास बघेल तथा विधायक श्रीमती केराबाई मनहर ने भी सम्बोधित किया। श्रीमती मनहर ने ज्ञानस्थली के विकास के लिए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह द्वारा राशि मंजूर किए जाने पर उनके प्रति आभार प्रकट किया। इस अवसर पर सतनामी विकास परिषद सारंगढ़ के अध्यक्ष श्री शंकर लाल जांगड़े ने गुरू बाबा घासीदास के जीवन पर प्रकाश डाला। समारोह में राज्यसभा सांसद डॉ. भूषण लाल जांगड़े, रायगढ़ के विधायक श्री रोशन लाल अग्रवाल, छत्तीसगढ़ उर्दू अकादमी की उपाध्यक्ष श्रीमती नजमा अजीम खान, जिला पंचायत रायगढ़ के अध्यक्ष श्री अजेश पुरूषोत्तम अग्रवाल, सभापति श्री अरविंद खटकर और अध्यक्ष जनपद पंचायत सारंगढ़ श्रीमती उत्तरी गनपत सहित अनेक जनप्रतिनिधि और विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारी तथा प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

डॉ. रमन सिंह ने ग्राम खूंटा में दी अनेक निर्माण कार्यों की मंजूरी

डॉ. रमन सिंह ने कबीरधाम जिले के ग्राम खूंटा (विकासखण्ड-पंडरिया) में आयोजित समारोह में गुरू घासीदास जी के चित्र पर माल्यार्पण कर पूजा-अर्चना की और जैतखाम पर श्वेत ध्वज चढ़ाया। समारोह को सम्बोधित करते हुए डॉ. सिंह ने क्षेत्र के लिए स्कूल भवन और आंगनबाड़ी भवन सहित अनेक निर्माण कार्यों की स्वीकृति तत्काल प्रदान करने की घोषणा की। उन्होंने कहा-इस क्षेत्र में ग्राम भरेवापूरन, बहबलिया, दामापुर और खैरातुलसी सड़क नवीनीकरण का प्रस्ताव आगामी बजट में शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा – प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के रूर्बन मिशन के तहत इस क्षेत्र के विकास के लिए लगभग 30 करोड़ रूपए मंजूर किए जा चुके हैं। अन्य योजनाओं में भी करीब 82 करोड़ रूपए की भी मंजूरी दी गई है। इस प्रकार यहां क्षेत्र में जन-सुविधाओं के विकास और निर्माण के लिए लगभग 112 करोड़ रूपए हाल ही में स्वीकृत किए गए हैं। इसका लाभ निकट भविष्य में क्षेत्र के लोगों को जरूर मिलेगा। मुख्यमंत्री ने समारोह में आयोजित तीन दिवसीय जिला स्तरीय पंथी नृत्य प्रतियोगिता के कलाकारों को भी सम्मानित किया। डॉ. सिंह ने कहा-पंथी गीतों के माध्यम से गुरू बाबा घासीदास के मूल्यवान उपदेश जन-जन तक पहुंचते हैं। समारोह में खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री पुन्नूलाल मोहले, सहकारिता, पर्यटन और संस्कृति मंत्री श्री दयालदास बघेल, राज्यसभा सांसद डॉ. भूषण लाल जांगड़े, संसदीय सचिव श्री मोतीराम चंद्रवंशी, कवर्धा के विधायक श्री अशोक साहू, अध्यक्ष जिला पंचायत श्री संतोष पटेल, छत्तीसगढ़ गौसेवा आयोग के अध्यक्ष श्री बिसेसर पटेल, पण्डरिया और जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मधु बर्मन सहित क्षेत्र के अनेक पंच-सरपंच और बड़ी संख्या में किसान, मजदूर तथा ग्रामवासी उपस्थित थे। समारोह को गुरू बालदास और संसदीय सचिव श्री मोतीराम चंद्रवंशी ने भी संबोधित किया।

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