शराब के धंधेबाजों को पकड़वाएं महिलाएं : नीतीश
बेतिया : भितिहरवा आश्रम के 100 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में सोमवार को आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गांधी के विचारों को अपनाने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि हम गांधी के विचारों को धरती पर उतारना चाहते हैं. यह तो सब जानते हैं गांधी ने चंपारण में सत्याग्रह किया, लेकिन बहुत कम लोगों को पता है कि गांधी ने यहां सिर्फ सत्याग्रह नहीं समाज में बदलाव की भी पहल की.
भितिहरवा की पवित्र भूमि से ही गांधी ने शिक्षा व स्वच्छता के लिए ग्रामीणों खासकर महिलाओं को प्रेरित किया. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने महिलाओं से गांवों में शराब के अवैध धंधे के खिलाफ गोलबंद होने और शराब के धंधेबाजों को पकड़वाने की अपील की.सीएम ने बुनियादी विद्यालय के भवन के लोकार्पण व गांधी आश्रम में बहुउद्देशीय भवन के शिलान्यास किया.
उन्होंने कहा कि गांधी सौ साल पहले चंपारण आये थे. इसमें पंडित राजकुमार शुक्ल ने काफी प्रयास किया था. यहां किसानों पर निलहों का अत्याचार व शोषण हो रहा था. गांधी ने इस जुल्म को समझा और 10 अप्रैल, 1917 को चंपारण आये व सत्याग्रह चलाया, जिसका जबरदस्त प्रभाव पड़ा. इस सत्याग्रह की चर्चा पूरे देश में हुई और आजादी को गति मिली. सत्याग्रह की इस लड़ाई के दौरान गांधी पर मुकदमा भी हुआ. मामले की सुनवाई कोर्ट में हुई. गांधी जी ने जमानत लेने से मना कर दिया. इसकी बाद ऐसी स्थिति बनी कि मुकदमा हटाना पड़ा और तीनकठिया प्रणाली खत्म हुई.
भितिहरवा आश्रम के बारे में सीएम ने कहा कि आज से ठीक सौ पहले बापू ने यहां आश्रम की स्थापना की थी. आज सौ साल बाद हम यहां आये हैं. लेकिन महज मूर्ति लगा देने व कार्यक्रम करने से हमारा संकल्प पूरा नहीं होगा. जरूरी है कि आप गांधी के विचारों को अपनाएं. इसके लिए हम बापू आपके द्वार कार्यक्रम चला रहे हैं. अभी तक 1.20 करोड़ घरों पर दस्तक देकर उनके विचारों को पहुंचाया है. नयी पीढ़ी गांधी के विचारों से परिचित हो, इसके लिए कहानियों का चयन किया गया है. हर स्कूल में प्रार्थना के बाद कथा वाचन किया जायेगा. 11 अक्तूबर से इसकी शुरुआत की जा चुकी है. 10 से 15 फीसदी भी नयी पीढ़ी गांधी के विचारों को अपना लेती है, तो मैं कार्यक्रम को सफल मानूंगा. इससे पूरे देश में बदलाव आयेगा. कार्यक्रम की शुरुआत दीप जला कर की गयी.