मेक इन इंडिया के सपने को साकार कर रहा देवांगन समाज : डॉ. रमन सिंह
रायपुर: मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि हाथकरघा बुनकरी के परम्परागत कुटीर उद्योग के जरिए छत्तीसगढ़ का देवांगन समाज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के ’मेक-इन-इंडिया’ के सपने का साकार कर रहा है। डॉ. सिंह ने आज जिला मुख्यालय राजनांदगांव स्थित पùश्री गोविंद राम निर्मलकर सभागृह में देवांगन समाज द्वारा आयोजित मां परमेश्वरी महोत्सव को सम्बोधित करते हुए इस आशय के विचार व्यक्त किए। उन्होनें बड़ी संख्या में उपस्थित देवांगन समाज के प्रतिनिधियों और लोगों को वसंत पंचमी और मां परमेश्वरी महोत्सव की बधाई तथा शुभकामनाएं दी।
उन्होनें देवांगन समाज की मांग को तत्काल मानते हुए राजनांदगांव में जिला स्तरीय देवांगन समाज भवन के विस्तार के लिए 20 लाख रूपए की सहायता की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि कार्यक्रम में देवांगन समाज की बहनों की बड़ी संख्या में उपस्थिति समाज में महिलाओं के सम्मान और उनके महत्वपूर्ण स्थान को बताता है। उन्होनें कहा कि देवांगन समाज में महिलाओं-बहनों की जागरूकता ही आगे बढ़ने का कारण है। डॉ. सिंह ने कहा कि देवांगन समाज के लोगों ने कपड़े बुनने के साथ-साथ प्रशासनिक पदों पर पहुंचकर और अच्छा व्यवसाय स्थापित करके राजनांदगांव ही नहीं बल्कि छŸाीसगढ़ का भी मान देश-विदेश में बढ़ाया है।
डॉ. सिंह ने कहा कि 10-12 साल पहले छŸाीसगढ़ में सरकार बनने के बाद काम काज की समीक्षा के दौरान प्रदेश की बुनकर समितियों की खस्ता हालत की जानकारी उन्हें मिली थी। उस समय प्रदेश की लगभग 80 प्रतिशत बुनकर समितियां कर्ज के बोझ से लदी थी और बैंकों ने उन्हें डिफाल्टर घोषित कर दिया था। ऐसी स्थिति में देवांगन समाज को आगे बढ़ाने और उनके जीवन यापन के लिए मजबूत व्यवस्था करने के उद्देश्य से सरकार ने बुनकर समितियों का कर्ज माफ कर दिया था। उन्होनें कहा कि सरकार की इस कदम से प्रदेश की बुनकर समितियां फिर से अपने पैरों पर खड़ी हुई और देवांगन समाज की जीवटता तथा मेहनत से आज छŸाीसगढ़ हाथकरघा उद्योग में पूरे देश में विशेष पहचान रखता है। डॉ. सिंह ने कहा कि बुनकर समितियों को आगे बढ़ाने, युवा पीढी़ को इस व्यवसाय से जोड़े रखने और बाजार की प्रतिस्पर्धा से मुकाबला करने के लिए भी सरकार देवांगन समाज और बुनकर समितियों को हर संभव सहायता उपलब्ध करा रही है। युवा बुनकरों को कौशल प्रशिक्षण के तहत बुनकरी विधा में निपुण करने नई-नई तकनीकों का प्रशिक्षण, नई मशीनों की जानकारी के साथ-साथ समूह बनाकर व्यवसाय स्थापित करने के लिए भी सहायता का प्रावधान शासकीय योजनाओं में किया गया है। डॉ. सिंह ने देवांगन समाज को रेडिमेड कपड़ा निर्माण के काम में भी आगे आने की सलाह दी। उन्होनें स्थानीय बाजार के साथ-साथ देश के बड़े प्रतिस्पर्धी बाजारों और कंपनियों की जरूरतों के हिसाब से कपड़ा बुनने और रेडिमेड कपड़े बनाने पर जोर दिया।
डॉ. सिंह ने कहा कि देवांगन समाज ने सामुहिक विवाह की प्रथा से अनावश्यक खर्चे तथा दहेज जैसी सामाजिक कुप्रथा को खत्म करने की दिशा में कदम बढ़ाया है। उन्होनें शासन की मुख्यमंत्री कन्यादान योजना का भी अधिक से अधिक लाभ लेने की बात कही। डॉ. सिंह ने समाज के उपस्थित वरिष्ठ लोगों से सामुहिक विवाह को प्रोत्साहन देने की भी अपील की। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने देवांगन समाज के सामूहिक विवाह के तहत दांपत्य बंधन में बंधे दो नवविवाहित जोड़ों किरण- जागृत और पुर्णिमा-योगेश कुमार को अपना शुभाशीष और भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दी।
इस अवसर पर नगर निगम राजनांदगांव के महापौर श्री मधुसूदन यादव तथा नगर देवांगन समाज के अध्यक्ष श्री नीलेश देवांगन सहित अनेक वक्ताओं ने लोगों को सम्बोधित किया। आयोजकों की ओर से मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को स्मृति चिन्ह भी भेंट किया गया। कार्यक्रम में छŸाीसगढ़ राज्य भण्डार गृह निगम के अध्यक्ष श्री नीलू शर्मा, छŸाीसगढ़ उर्दू अकादमी के अध्यक्ष श्री अकरम कुरैशी, राज्य समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष श्रीमती शोभा सोनी, बीस सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के उपाध्यक्ष श्री खूबचंद पारख, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अध्यक्ष श्री सचिन बघेल, नागरिक आपूर्ति निगम के पूर्व अध्यक्ष श्री लीलाराम भोजवानी, पाठ्य पुस्तक निगम के पूर्व अध्यक्ष श्री अशोक शर्मा, राजगामी संपदा न्यास के पूर्व अध्यक्ष श्री संतोष अग्रवाल, नगर निगम के सभापति श्री शिव वर्मा सहित देवांगन समाज के पदाधिकारी तथा नागरिक भी उपस्थित थे।