अगर ट्रंप ने नहीं स्वीकारी हार तो क्या हैं विकल्प? क्या चुपचाप खाली कर देंगे वाइट हाउस

अगर ट्रंप ने नहीं स्वीकारी हार तो क्या हैं विकल्प? क्या चुपचाप खाली कर देंगे वाइट हाउस
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वॉशिंगटन
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में के हाथों हारने के बाद भी इसे स्वीकारने को तैयार नहीं हैं। ऐसे में अमेरिकी प्रशासन सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया भी शुरू नहीं कर पा रहा है। 20 जनवरी 2021 को जो बाइडेन अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। ऐसे में 15 जनवरी से पहले अमेरिका के सभी सरकारी विभागों को बाइडेन प्रशासन के अधीन करना जरूरी है।

नए राष्ट्रपति को मान्यता देने वाली संस्था की प्रमुख ट्रंप की करीबी
अमेरिका के जनरल सर्विसेज एडमिनिस्ट्रेटन (जीएसए) पर बाइडेन को निर्वाचित राष्ट्रपति के रूप से औपचारिक रूप से मान्यता देने की जिम्मेदारी है। इसके बाद सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया आरंभ होगी। एजेंसी की प्रशासक एमिली मर्फी ने अभी तक यह प्रक्रिया आरंभ नहीं की है और न ही यह बताया है कि वह कब ऐसा करेंगी। एमिली की नियुक्ति ट्रंप ने की थी। इस मामले में स्पष्टता नहीं होने के कारण प्रश्न खड़े होने लगे हैं कि क्या डोनाल्ड ट्रंप सरकार बनाने की डेमोक्रेटिक पार्टी की कोशिश बाधित कर सकते हैं।

ट्रंप के पास बचे हैं ये दो विकल्प
अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडेन की जीत के बाद अब डोनाल्ड ट्रंप के पास बस दो ही विकल्प हैं। पहला- या तो वह देश की खातिर गरिमापूर्ण तरीके से हार स्वीकार कर लें या दूसरा- ऐसा नहीं करने पर निकाले जाएं। ट्रंप के कुछ निकटवर्ती सहयोगी उन्हें गरिमापूर्ण तरीके से हार स्वीकार करने के लिए राजी करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कुछ रिपब्लिकन सहयोगी उनको हार स्वीकार नहीं करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। दक्षिण कैरोलाइना से सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने एक समाचार चैनल से कहा कि ट्रंप हारे नहीं हैं। राष्ट्रपति जी, हार मत मानिए। मजबूती से लड़िए।

ट्रंप के करीबी बोले- वे नहीं स्वीकारेंगे अपनी हार
ट्रंप के निकटवर्ती लोगों का कहना है कि इस बात की उम्मीद नहीं है कि ट्रंप औपचारिक रूप से हार स्वीकार स्वीकार करेंगे, लेकिन अपने कार्यकाल के अंत में वह बेमन से व्हाइट हाउस खाली कर देंगे। चुनाव को अनुचित बताने के ट्रंप के प्रयासों को उनके अहम की तुष्टि करने और अपने समर्थकों को यह दिखाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है कि वह अब भी लड़ रहे हैं। ट्रंप के मित्र एवं सलाहकार रोजर स्टोन से जब यह पूछा गया कि क्या निवर्तमान राष्ट्रपति हार स्वीकार करेंगे, तो उन्होंने कहा कि मुझे इसे लेकर संशय है।

तो इसलिए हार मानने से बच रहे हैं ट्रंप
स्टोन ने कहा कि इसके परिणामस्वरूप राष्ट्रपति के रूप में बाइडेन पर हमेशा शंका के बादल मंडराते रहेगे और देश के आधे लोग मानते रहेंगे कि उन्हें अवैध तरीके से चुना गया। ट्रंप के बेटों डोनाल्ड जूनियर और एरिक ने भी अपने पिता से लड़ते रहने की अपील की है और रिपब्लिकन नेताओं से उनके साथ खड़े रहने को कहा है। रिपब्लिकन नेता एंडी बिग्स ने भी ट्रंप को हार नहीं मानने की सलाह दी है।

बाइडेन के सत्ता हस्तांतरण के सहयोगी ने की अपील
बाइडेन के सत्ता हस्तांतरण सहयोगी जेन प्साकी ने रविवार को कहा कि अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा एवं उसके आर्थिक हित इस बात पर निर्भर करते हैं कि संघीय सरकार यह स्पष्ट और त्वरित संकेत दे कि वह अमेरिकी लोगों की इच्छा का सम्मान करेगी और सत्ता के शांतिपूर्ण एवं सहज हस्तांतरण में सहयोग करेगी। वाइट हाउस में पिछले तीन कार्यकालों में शामिल रहे एक दोनों दलों के समूह ने भी ट्रंप से चुनाव के बाद सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया तत्काल आगे बढ़ाने की अपील की है।

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