US Presidential Elections: वाइट हाउस की तैयारी में जो बाइडेन, फर्जी वोटों के आरोप पर बवाल जारी
अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव के नतीजों के इंतजार के बीच डेमोक्रैटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन की टीम ने वाइट हाउस के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। अमेरिका के विभिन्न राज्यों में अभी मतगणना जारी है, लेकिन लंबे समय से बाइडेन के करीबी टेड कौफमैन बाइडेन की जीत की सूरत में सरकार गठन की कवायद में जुट गए हैं। वहीं, ट्रंप और उनके समर्थकों ने अभी तक हार नहीं मानी है और मांग की जा रही है कि सभी ‘वैध’ वोटों की गिनती की जाए। दरअसल, रिपब्लिकन खेमा आरोप लगा रहा है कि डेमकोक्रैट्स फर्जी वोट डलवा रहे हैं।
डेलावर से पूर्व सीनेटर कौफमैन बाइडेन के उप राष्ट्रपति बनने के बाद इस सीट से सीनेटर बने थे। वह 2008 में ओबामा सरकार का गठन करने वाली टीम का भी हिस्सा थे। बाइडेन ने डेमोक्रैटिक पार्टी की ओर से उम्मीदवार बनने के कुछ ही समय बाद अप्रैल में पहली बार कौफमैन से ऐसी सूरत में सत्ता के हस्तांतरण पर काम शुरू करने के लिए कहा था।
अमेरिका में सत्ता के हस्तांतरण की प्रक्रिया आधिकारिक रूप से तब शुरू होती है जब सामान्य सेवा प्रशासन सभी उपलब्ध तथ्यों के आधार पर विजेता के नाम की घोषणा कर देता है।
पेंसिल्वेनिया में फर्जी वोटों का आरोप
अमेरिका के फिलाडेल्फिया में एक मतगणना केंद्र के बाहर भारी मात्रा में हथियारों से लैस दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस कहना है कि वह ट्रक में फर्जी मतपत्र भरकर उन्हें मतदान केंद्र तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे थे। अमेरिका की मीडिया में आईं खबरों के अनुसार वर्जीनिया के चेसापीक के निवासी एंतोनियो लामोता (61) और जोशुआ मैसियस (42) को बिना अनुमति हथियार रखने के संदेह में गुरुवार रात मतगणना केंद्र के बाहर गिरफ्तार किया गया ।
फिलाडेल्फिया पुलिस ने कहा कि उसे सूचना मिली थी कि एक ट्रक में सवार हथियारबंद लोग पेनसिल्वेनिया मतगणना केंद्र की ओर बढ़ रहे हैं। उसके बाद उन्हें पकड़ लिया गया। अधिकारियों ने शुक्रवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दोनों लोगों के पास बंदूकें थीं और पुलिस को उनके ट्रक में से भी राइफल मिली है। उन्होंने कहा कि उनके पास से लगभग 160 कारतूस मिले हैं।
सीएनएन की खबर के अनुसार कथित फर्जी मतपत्रों के बारे में तत्काल कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। सीबीएस की खबर के अनुसार अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि उन लोगों की मंशा क्या थी। एफबीआई और फिलाडेल्फिया पुलिस मामले की जांच कर रही हैं। अभियोजकों का कहना है कि इन लोगों के लिखित संदेशों से पता चला है कि वे सम्मेलन केंद्र में चल रही मतगणना को लेकर चिंतित थे और ‘फर्जी मतपत्रों से भरा ट्रक’ ला रहे थे।