अमेरिका ने बनाया छठवीं पीढ़ी का एडवांस फाइटर जेट, रूस-चीन पर पड़ेगा भारी

अमेरिका ने बनाया छठवीं पीढ़ी का एडवांस फाइटर जेट, रूस-चीन पर पड़ेगा भारी
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वॉशिंगटन
अमेरिका ने गुपचुप तरीके से छठवीं पीढ़ी के अत्याधुनिक फाइटर जेट के प्रोटोटाइप को उड़ाकर इतिहास रच दिया है। यह जेट दुनिया में मौजूद सभी प्रकार के विमानों से तेज, घातक और अत्याधुनिक हथियारों से लैस है। इस प्लेन को अमेरिका के नेक्स्ट जेनरेशन एयर डोमिनेंस प्रोग्राम के तहत डिजाइन और डेवलप किया गया है। कई विशेषज्ञो ने इसे अमेरिकी एफ-35 का एडवांस वर्जन करार दिया है।

अमेरिकी एयरफोर्स के अधिकारी ने की पुष्टि
अधिग्रहण, टेक्नोलॉजी और लॉजिस्टिक के लिए वायु सेना के सहायक सचिव विल रोपर ने यूएस एयरफोर्स के एयरफोर्स एसोशिएशन वर्चुअल एयर, स्पेस एंड साइबर कांफ्रेंस के दौरान इस प्रोटोटाइप के उड़ान की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि हम पहले ही फुल स्केल के फ्लाइट डेमोंस्ट्रेटर को बना और उड़ा चुके हैं। हमें बताते हुए खुशी हो रही है कि इस काम को हमने रिकॉर्ड समय में पूरा किया है। हम अब पूरी तरह से नेक्स्ट जेनरेशन के फाइटर जेट को विकसित करने और उन्हें बनाने के लिए तैयार हैं। अमेरिका के इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ है।

तकनीकी का नहीं किया खुलासा
विल रोपर ने इस सीक्रेट विमान या इसके निर्माण से जुड़ी कंपनियों के बारे में कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। हालांकि, उन्होंने खुलासा किया कि इस जेट को बनाने का उद्देश्य सबसे जटिल प्रणाली विकसित करना था, जो विमान की डिजिटल तकनीक के साथ तालमेल बिठाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि टेस्ट फ्लाइट के दौरान हमें जादुई डेटा मिला है।

क्या है नेक्स्ट जेनरेशन एयर डोमिनेंस प्रोग्राम
यूएस एयरफोर्स के बजट दस्तावेजों के अनुसार, एडवांस फाइटर जेट को डिजाइन और डेवलप करने के लिए नेक्स्ट जेनरेशन एयर डोमिनेंस (NGDP) प्रोग्राम लाया गया था। जिसमें एक ऐसे फाइटर जेट का निर्माण करना था जो पूर्णत: स्टील्थ, घातक और लंबी दूरी तक मार करने में सक्षम हो। अमेरिका के सामने रूस और चीन की बढ़ती ताकत के कारण हवाई कुशलता को साबित करना चुनौतीपूर्ण हो रहा था। ऐसे में यह विमान इन दोनों देशों पर एक साथ भारी पड़ेगा।

ड्रोन तकनीकी से लैस होगा यह जेट!
कहा जा रहा है कि अमेरिका का छठवीं पीढ़ी का फाइटर जेट ड्रोन और लेजर तकनीकी से लैस होगा। हालांकि, इस विमान के बारे में ज्यादा जानकारी अभी नहीं आ पाई है इसलिए अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट भी सूत्रों पर ही आधारित है। जिसमें बताया गया है कि इस जेट में तैनात ड्रोन एयर टू एयर मिसाइलों से लैस होंगे। जो दुश्मन को उलझाने या उन्हें भ्रमित करने में माहिर होंगे। उच्च तकनीक वाले ड्रोन किसी भी मिशन को पूरा करने में समर्थ होंगे।

लेजर गन दुश्मनों की बनेगी काल
इस जेट में तैनात लेजर गन दुश्मनों के विमानों को पलक झपकते खत्म कर सकती है। शक्तिशाली लेजर दुश्मन की मिसाइलों को मार गिराने की क्षमता भी रखता है। जेट को लेजर पावर विमान के इंजन से सीधे मिलेगी। ऐसे में इसे हथियारों के रिलोडिंग के लिए जल्दी लैंड नहीं करना होगा। अमेरिका के अबतक के सबसे शक्तिशाली एफ-35 जेट में केमिकल एनर्जी गन लगी हुई है। जिसमें मैगजीन को रखने के लिए एक निश्चित जगह ही है। इसके अलावा एफ-15 में मिसाइलों और बमों को रखने के लिए भी इंटरनल चेंबर्स में जगह सीमित है। लेकिन यह विमान अपने लेजर गन की बदौलत ज्यादा समय तक दुश्मनों का मुकाबला कर सकता है।

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