अब इंडोनेशिया ने खदेड़ा चीन का गश्ती जहाज, साउथ चाइना सी में तनाव चरम पर
साउथ चाइना सी एक बार फिर एशिया में तनाव का नया क्षेत्र बन गया है। इंडोनेशिया ने अपने आर्थिक क्षेत्र में घुसे चीन के एक गश्ती जहाज को खदेड़ दिया है। जिसके बाद दोनों देशों में तनातनी चरम पर पहुंच गई है। चीन के पलटवार की आशंका को देखते हुए इंडोनेशियाई युद्धपोतों ने अपनी गश्त को तेज कर दिया है। वहीं, इस क्षेत्र के पास चीनी युद्धपोतों की गतिविधि भी रिकॉर्ड की गई है। इससे पहले जापान ने चीन की पनडुब्बी को अपने इलाके से खदेड़ा था।
नातुना द्वीप को लेकर तनाव बढ़ा
इंडोनेशिया ने चीन के जहाज को नातुना द्वीप के पास से खदेड़ा है। यह क्षेत्र इंडोनेशिया के एक्सक्लूसिव इकनॉमी जोन में आता है। इंडोनेशियाई समुद्री सुरक्षा एजेंसी को चीन के जहाज 5204 के इंडोनेशियाई विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र में प्रवेश करने के बारे में पता शुक्रवार रात में चला था। इंडोनेशियाई समुद्री सुरक्षा एजेंसी के प्रमुख आन कुर्निया ने बताया कि जानकारी मिलने के बाद हमने अपने एक गश्ती जहाज को चीन के इस जहाज के पास भेजा।
इंडोनेशिया ने खदेड़ा चीनी जहाज
इंडोनेशियाई जहाज और चीन के जहाज के बीच एक किलोमीटर की दूरी से इलाके पर दावे को लेकर बातचीत की गई। जिसके बाद इंडोनेशियाई जहाज ने चीनी जहाज को तुरंत वह इलाका छोड़ने को कहा। लेकिन, चीनी जहाज ने इस इलाके को अपने नाइन डैश लाइन के अंदर होने का दावा किया। जिसके बाद से इंडोनेशियाई जहाज ने चीनी जहाज को खदेड़ दिया।
नातुना द्वीप पर चीन करना चाहता है कब्जा
नातुना द्वीप के पास चीनी झंडे वाले मछली पकड़ने की नौकाएं अक्सर देखी जाती हैं। चीनी सरकार समर्थित ये नौकाएं ड्रैगन के दावे को लेकर भेजी जाती हैं। जिनकी रखवाली करने के लिए चीनी पेट्रोल वेसल भी तैनात होते हैं। जिसके बाद इस इलाके में इंडोनेशिया ने भी अपनी नौसेना की तैनाती बढ़ा दी है।
साउथ चाइना सी में चीन का इन देशों से विवाद
साउथ चाइना सी के 90 फीसदी हिस्से पर चीन अपना दावा करता है। इस समुद्र को लेकर उसका फिलीपींस, मलेशिया, ब्रुनेई और वियतनाम के साथ विवाद है। वहीं, पूर्वी चाइना सी में जापान के साथ चीन का द्वीपों को लेकर विवाद चरम पर है। हाल में ही अमेरिका ने साउथ चाइना सी पर चीन के दावे को खारिज कर दिया था।
इंडोनेशिया ने इसी इलाके में किया था युद्धाभ्यास
जुलाई के आखिरी में इंडोनेशिया ने नातुना द्वीप के पास ही बड़े पैमाने पर युद्धाभ्यास किया था। विशेषज्ञों के अनुसार, चीन से बढ़ती तनातनी के बीच इंडोनेशिया तेजी से अपनी क्षमता को बढ़ा रहा है। इस अभ्यास में 24 युद्धपोतों ने हिस्सा लिया था, जिसमें दो मिसाइल डिस्ट्रॉयर और चार एस्कॉर्ट वेसल थे। इस दौरान इंडोनेशियाई नौसेना ने समुद्र और जमीन पर हमले का अभ्यास किया था। इस द्वीप को चीन अपने क्षेत्र में दिखाता है।