कितना ताकतवर है चीन का H-20 स्टील्थ बॉम्बर, क्या भारत-अमेरिका की बढ़ेगी टेंशन?
भारत-अमेरिका समेत दुनियाभर के देशों से पंगा ले चुका चीन इस समय अपनी सैन्य शक्ति को लगातार बढ़ा रहा है। साउथ और ईस्ट चाइना सी से लेकर हिमालय के ऊंचाईयों तक चीन अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देने के लिए लगातार चालें चल रहा है। हाल में ही आई एक रिपोर्ट में बताया गया है कि चीन की स्टील्थ तकनीकी से लैस एच-20 स्ट्रैटजिक बॉम्बर अमेरिका के साथ भारत की भी चिंताएं बढ़ा सकता है।
H-6 की जगह H-20 को तैनात करेगा चीन
डिफेंस तकनीकी पर नजर रखने वाली वेबसाइट फ्लाइटग्लोबल की एक रिपोर्ट के अनुसार, चीन अपने एच-6 स्ट्रेटजिक बॉम्बर्स को हटाकर अब आधुनिक एच-20 स्टील्थ बॉम्बर को तैनात करने की योजना बना रहा है। कई विशेषज्ञों ने यह भी आशंका जताई है कि चीन का यह विमान भी उसके दूसरे अन्य विमानों की तरह तकनीकी की चोरी कर बनाया गया है। इस विमान के पैटर्न अमेरिका के बी-2 और बी-21 बॉम्बर्स से मिलते जुलते हैं।
चीन का हौवा या सही में शक्तिशाली है यह बॉम्बर?
वहीं नेशनल इंट्रेस्ट की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन का यह विमान अब भी रहस्यमय बना हुआ है। जबकि अमेरिका के बी -2 और बी -21 बॉम्बर्स कॉम्बेट प्रूवन हैं जिन्हें कई युद्धों और खुफिया मिशन में आजमाया जा चुका है। ऐसे में यह विमान अमेरिका के सामने कोई बड़ी चुनौती खड़ी करने में सफल नहीं हो सकता है।
2019 में पहली बार दिखा था यह विमान
चीन ने अपने रहस्यमयी H-20 बॉम्बर को पहली बार 2019 में Zhuhai Airshow में प्रदर्शित किया था। वहीं, न्यूज़ीलैंड हेराल्ड की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि H-20 सुपरसोनिक स्टील्थ बॉम्बर चीन की स्ट्राइक रेंज को डबल कर सकता है। दिलचस्प बात यह है कि अभी किसी भी प्लेटफार्म पर इस विमान के बारे में ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है।
अमेरिकी डिफेंस रिपोर्ट में इसका जिक्र
पेंटागन के 2018 और 2019 के वार्षिक चाइना मिलिट्री पॉवर रिपोर्ट में इसका उल्लेख किया गया है। 2019 में प्रकाशित अमेरिकी रक्षा मंत्रालय की वार्षिक चाइना मिलिट्री पॉवर रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन का H-20 विमान 8500 किलोमीटर की दूरी तक हमला करने में सक्षम है। यह परमाणु और गैर परमाणु (पारंपरिक) हथियार ले जाने में सक्षम है।