US चुनाव: 48 साल बाद भी ‘बाइडेन फ्रॉम मुंबई’ की तलाश में बाइडेन

Facebooktwitterredditpinterestlinkedinmail

वॉशिंगटन
अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडेन आज भी मुम्बई के अपने दूर के रिश्तेदार ‘बाइडेन’ का जिक्र करते नहीं थकते। अमेरिका के पूर्व उप राष्ट्रपति अकसर उन्हें ‘बाइडेन फ्रॉम मुंबई’ कहकर संबोधित करते हैं और उनसे ना मिल पाने का मलाल उन्हें आज भी है। डेलावेयर से 1972 में सीनेटर चुने जाने पर बाइडेन को मुम्बई से उन्हीं के उपनाम वाले एक व्यक्ति ने बधाई देने के लिए पत्र भेजा था।

सीनेटर बनने के लिए उन्हें ‘बाइडेन फ्रॉम मुंबई’ ने शुभकामनाएं दी थीं और बताया था कि उनका एक-दूसरे से रिश्ता है। बाइडेन उस समय 29 साल के थे और उस शख्स से मिलना चाहते थे लेकिन परिवार और राजनीतिक प्रतिबद्धताओं के चलते ऐसा हो ना सका। आज 5 दशक बाद भी वह अपनी इस इच्छा को पूरी करना चाहते हैं और जब भी किसी भारतीय-अमेरिकी या भारतीय नेता से मुलाकात करते हैं तो ‘बाइडेन फ्रॉम मुंबई’ का जिक्र जरूर करते हैं।

अमेरिका के उप राष्ट्रपति बनने के बाद अपनी पहली भारत यात्रा पर 24 जुलाई 2013 को मुम्बई में ‘बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज’ में लोगों को संबोधित करते हुए भी उन्होंने ‘बाइडेन फ्रॉम मुंबई’ की कहानी लोगों को सुनाई थी। बाइडेन ने लोगों से कहा था, ‘भारत वापस आना और यहां मुंबई में होना, सम्मान की बात है। 1972 में जब मैं 29 साल का था और अमेरिकी सीनेट चुना गया था तब मुझे एक पत्र मिला था, जिसका जवाब ना देने का मुझे आज भी अफसोस है। शायद दर्शक में बैठा कोई वंशावली विशेषज्ञ मेरी मदद कर सके। मुझे मुंबई से बाइडेन नाम के एक सज्जन पुरुष का पत्र मिला था, जिसमें उसने कहा था कि हम दोनों का एक-दूसरे से कोई रिश्ता है।’

‘शायद भारतीय महिला से शादी कर ली, भारत में रह गए’
बाइडेन ने कहा, ‘शायद हमारे पूर्वर्जों का कोई संबंध हो या 1700 में ईस्ट इंडिया ट्रेडिंग कंपनी में काम करने के लिए कोई मुंबई आया हो।’ इसके कुछ साल बाद वॉशिंगटन डीसी में भी एक भाषण के दौरान बाइडेन ने कहा था कि उनके पूर्वज एक थे, जिन्होंने ‘ईस्ट इंडिया कंपनी’ के लिए काम किया और जो तब भारत गए थे। वहीं 21 सितंबर, 2015 को ‘यूएस इंडिया बिजनेस काउंसिल’ को संबोधित करते हुए बाइडेन ने कहा था कि ‘बाइडेन फ्रॉम मुम्बई’ और मेरे पूर्वज शायद एक थे, 1848 में जो ‘ईस्ट इंडिया टी कंपनी’ के लिए काम करते थे।

उन्होंने शायद किसी भारतीय महिला से शादी कर ली और भारत में ही रह गए। मुंबई में 2013 में बाइडेन ने लोगों से कहा था अगर यह सच है तो मैं भारत में भी चुनाव लड़ सकता हूं। उनके इस भाषण के दौरान वहां मौजूद दर्शकों के बीच हंसी की एक लहर दौड़ गई थी।

Facebooktwitterredditpinterestlinkedinmail

WatchNews 24x7

Leave a Reply

Your email address will not be published.