वेटिकन काउंसिल में पहली बार 6 महिलाएं शामिल
ईसाइयों के सर्वोच्च धर्मगुरु ने कैथोलिक चर्च के शीर्ष पदों पर पहली बार 6 महिलाओं को नियुक्त किया है। ये महिलाएं वेटिकन के वित्तीय विभाग की देखरेख करेंगी। अबतक वेटिकन के 15 सदस्यों वाले काउंसिल ऑफ इकोनॉमी में सभी पुरुष ही शामिल थे। वेटिकन के कानून के अनुसार, इस काउंसिल में 8 बिशप शामिल होते हैं जो पुरुष होते हैं। शेष बचे सात सदस्यों में अबतक पुरुष ही बहुसंख्यक रहे हैं।
पहली बार 6 महिलाओं को मिली जगह
महिलाओं को शीर्ष पदों पर रखने के अपने वादे को पूरा करने के लिए फ्रांसिस द्वारा ये नियुक्तियां सबसे महत्वपूर्ण कदम हैं। वेटिकन के इतिहास में इस महत्वपूर्ण समूह में इतनी बड़ी संख्या में आज से पहले कभी भी महिलाओं को जगह नहीं दी गई थी। ये छह महिलाएं एक ऐसे समूह का हिस्सा हैं जो अनिवार्य रूप से वेटिकन की सभी वित्तीय गतिविधियों की देखरेख करती हैं।
वित्तीय क्षेत्र की दिग्गज हैं ये महिलाएं
जिन महिलाओं को पोप फ्रांसिस ने नियुक्त किया है वे सभी दुनियाभर के देशों में वित्तीय क्षेत्र में महारत रखने वाली हैं। इनमें यूके की लेबर पार्टी की नेता और पूर्व मंत्री , ब्रिटिश प्रिंस चार्ल्स की पूर्व कोषाध्यक्ष लेस्ली फेरर, जर्मनी से शार्लोट क्रेटर-किर्चहोफ और मारिजा कोलाक, स्पेन से मारिया कॉन्सेप्सीओन ऑस्कर गार्इकोइया और ईवा कैस्टिलो सानज शामिल हैं। इस कमेटी में एकमात्र पुरुष इटैलियन इंश्योरेंस कंपनी के पूर्व डॉयरेक्टर जनरल अल्बर्टो मिनाली शामिल हैं।
धन की कमी से जूझ रहा है वेटिकन
वेटिकन सिटी इन दिनों कोरोना वायरस के कारण धन की कमी से जूझ रहा है। इन दिनों यहां आने वाले पर्यटकों की तादाद भी तेजी से कम हुई है। ऐसी परिस्थिति में इक काउंसिल का काम और बढ़ जाता है। इस कौंसिल को पोप फ्रांसिस ने 2014 में स्थापित किया था। यह काउंसिल अनिवार्य रूप से वेटिकन के भीतर हर प्रकार के वित्तीय लेनदेन पर नजर रखती है। इस कमेटी के ऊपर एकमात्र व्यक्ति पोप फ्रांसिस ही हैं।
दो अन्य महिलाएं भी उच्च पदों पर
पोप फ्रांसिस के कार्यकाल में वेटिकन के दो अन्य महिलाओं को भी उच्च पद दिया गया है। इसमें वेटिकन म्यूजियम की प्रमुख बारबरा जत्ता और वेटिकन के राज्य के सचिवालय के अंडरसेक्रेटरी फ्रांसेस्का डि जियोवानी शामिल हैं।