US-ऑस्ट्रेलिया की सैन्य रणनीति, निशाने पर चीन
साउथ चाइना सी में चीन से जारी तनाव के बीच अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने द्विपक्षीय वार्ता की है। इस उच्च स्तरीय बातचीत में दोनों देशों ने स्वतंत्र समुद्रीय परिवहन को लेकर सहमति जताई। दोनों देशों ने प्रशांत महासागर और साउथ चाइना सी को लेकर एक साझा सैन्य रणनीति का भी ऐलान किया है।
दोनों देशों के रक्षा और विदेश मंत्री हुए शामिल
इस बैठक में अमेरिका की ओर से विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और रक्षा मंत्री माइक एस्पर शामिल हुए। जबकि ऑस्ट्रेलिया की ओर से विदेश मंत्री मैरीज पेन और रक्षा मंत्री लिंडा रेनॉड्स शामिल हुईं। बैठक के बाद अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने रूल ऑफ लॉ को लेकर प्रतिबद्धता जताई।
चीन को लेकर ऑस्ट्रेलिया ने दिखाई उदारता
बातचीत के दौरान ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री मैरीज पेन ने कहा कि वे चीन के साथ उनके देश के रिश्ते महत्वपूर्ण हैं और वे इन संबंधों को और अच्छा बनाना चाहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ऑस्ट्रेलिया की कोई भी ऐसी मंशा नहीं है जिसके कारण दोनों देशों के हित प्रभावित होते हैं।
अमेरिकी रक्षा मंत्री का चीन को साफ संदेश
अमेरिकी रक्षा मंत्री माइक एस्पर ने कहा कि पिछले हफ्ते फिलीपीन सागर में ऑस्ट्रेलिया के पांच वॉरशिप ने यूएस के कैरियर स्ट्राइक ग्रुप के साथ मिलकर युद्धाभ्यास किया था। इससे न केवल चीन को स्पष्ट संदेश गया कि जहां भी अंतरराष्ट्रीय कानून अनुमति देगा वहां हम उड़ान भरेंगे, समुद्र में गश्त लगाएंगे और अपनी गतिविधियों को अंजाम देंगे।
ऑस्ट्रेलिया और चीन में तनाव जारी
अमेरिका ने स्पष्ट शब्दों में अपने सहयोगियों के हितों की रक्षा करने की भी बात कही है। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया को लेकर अमेरिका का नजरिया एकदम साफ है। हाल के दिनों में कोरोना वायरस और व्यापार को लेकर चीन और ऑस्ट्रेलिया के बीच संबंध तनावपूर्ण हैं। दोनों देशों ने एक दूसरे के खिलाफ कई मोर्चों पर सख्ती भी दिखाई है।
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