पाक नहीं, भारतीय परमाणु बमों के निशाने पर चीन

पाक नहीं, भारतीय परमाणु बमों के निशाने पर चीन
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वॉशिंगटन
चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच भारत ने अपने परमाणु सुरक्षा रणनीति में बड़ा फेरबदल किया है। एक अमेरिकी थिंकटैंक की रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने अपने परमाणु बमों के विकास और उसके रोकधाम की रणनीति को पाकिस्तान से हटाकर चीन पर फोकस कर लिया है। अब चीन की राजधानी पेइचिंग भी भारतीय परमाणु मिसाइलों की जद में आ गई है। इसके अलावा भी भारत कम से कम तीन ऐसे हथियारों का निर्माण कर रहा है जो उसे चीन के खिलाफ बड़ी ताकत प्रदान करेंगे।

भारत का पाकिस्तान को छोड़ चीन पर ध्यान
बुलेटिन ऑफ एटॉमिक साइंटिस्ट्स में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, 2017 डोकलाम स्टेंडऑफ के बाद भारत ने अपने परमाणु रणनीति का ध्यान पाकिस्तान से हटाकर पेइचिंग पर केंद्रित कर लिया है। भारत पहले पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम के अनुसार अपनी सुरक्षा के लिए कदम उठाता था।

प्लूटोनियम संवर्धन का भी किया दावा
इस रिपोर्ट को हेंस ए क्रिस्टेंस और मैट कोर्डा ने लिखा है। जिसमें से क्रिस्टेंस न्यूक्लियर इंफ्रॉर्मेशन प्रोजेक्ट के डॉयरेक्टर हैं, जबकि कोर्डा इसी संस्थान में रिसर्च एसोसिएट के रूप में काम करते हैं। इस रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने 150 से 200 परमाणु बमों को बनाने में प्रयोग किए जाने वाले प्लूटोनियम का संवर्धन कर रखा है। हालांकि भारत के पास वर्तमान में 150 से कम परमाणु बमों का जखीरा है।

जल-थल नभ से परमाणु हमला कर सकता है भारत
रिपोर्ट के अनुसार, भारत वर्तमान में जमीन-हवा और पानी से परमाणु हमला करने में सक्षम है। जो देश इन तीनों माध्यमों के जरिए परमाणु हमला करने में सक्षम होते हैं उन्हें न्यूक्लियर ट्रॉयड सपन्न देश कहा जाता है। भारत तेजी से परमाणु वॉरहेड ले जाने में सक्षम कई अन्य मिसाइलों का निर्माण भी कर रहा है। जिसमें से कई हथियार अपने अंतिम स्टेज में पहुंच गए हैं। इसमें जमीन से दागे जाने वाली अग्नि-6 मिसाइल और पनडुब्बियों से फायर की जाने वाली के-5 मिसाइल शामिल हैं।

भारत के परमाणु ट्रॉयड में शामिल हैं 8 हथियार
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के पास आठ हथियार ऐसे हैं जिनसे कभी भी परमाणु हमला किया जा सकता है। इनमें से हवा से हमला करने वाले 2 हथियार, जबकि जमीन से हमला करने वाले 4 बैलेस्टिक मिसाइल प्रणाली और 2 समुद्र आधारिक बैलेस्टिक मिसाळि प्रणाली शामिल हैं। इसके अलावा कम से कम 3 हथियार विकासशील प्रक्रिया में हैं।

हवा से भी परमाणु हमला कर सकता है भारत
भारत के पास हवा से परमाणु हमला करने में सक्षम विमानों में मिराज 2000एच और जगुआर आईएस एयरक्राफ्ट शामिल हैं। इनके अलावा इस महीने के अंत में शामिल होने वाला राफेल लड़ाकू विमान भी परमाणु मिसाइलों को दागने में सक्षम है। भारत मिराज 2000एच विमान को अपग्रेड कर रहा है जिसके बाद इन्हें मिराज 2000आई के नाम से जाना जाएगा।

जमीन से ये मिसाइल ले जा सकती हैं परमाणु हथियार
भारत के पास अंतरमहाद्वीपीय मिसाइल अग्नि-5 है, जो 5000 किमी दूर तक हमला करने में सक्षम है। यह मिसाइल अपने साथ परमाणु बमों को ले जाने में सक्षम है। जिससे यह चीन के कई हिस्सों में निशाना लगाया जा सकता है। इसके अलावा अग्नि 6 मिसाइल के विकास की प्रक्रिया भी जारी है जो इससे भी ज्यादा रेंज तक परमाणु हमला करने में सक्षम होगी।

पानी से परमाणु हमला करने की ताकत भी कम नहीं
भारत के पास समुद्र से भी बैलेस्टिक मिसाइलों के जरिए परमाणु हमला करने की ताकत है। जिसमें सबमरीन लॉन्च बैलेस्टिक मिसाइल (SLBM) k-4 शामिल है। इसके अलावा के-5 मिसाइल को भी विकसित किया जा रहा है। के-4 मिसाइल 3500 किमी तक मार करने में सक्षम है। इस मिसाइल को अबतक 6 बार टेस्ट किया जा चुका है।

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