कैसे बने विशाल ब्लैक होल? दूर गैलेक्सी में जवाब

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लंदन
ब्रिटेन के ब्लैकहोल एक्सपर्ट अब इस गुत्थी को सुलझाने के करीब पहुंच गए हैं कि सूरज के Mass (द्रव्यमान) से अरबों गुना ज्यादा बड़े सुपरमैसिव (Supermassive , SMBH) कैसे पैदा होते हैं। ये सबसे बड़े ब्लैक होल होते हैं और इनके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। इनके पैदा होने को लेकर दो अलग-अलग थिअरी हैं और कार्डिफ यूनिवर्सिटी के ऐस्ट्रोनॉमर्स को अब ऐसे संकेत मिले हैं जिनसे इन दोनों थिअरी के बीच के लिंक को खोजा जा सकता है।

विशाल ब्लैक होल के जन्म की दो थिअरी
दरअसल, एक थिअरी के तहत माना जाता है कि बिग-बैंग के साथ ही ये SMBH पैदा हुए थे, जिस प्रक्रिया को Direct Collapse (डायरेक्ट कोलैप्स) कहा गया है। इसके मुताबिक तय न्यूनतम आकार के विशाल SMBH पैदा हुए जिनका mass हमारे सूरज से लाखों गुना ज्यादा था। दूसरी थिअरी के मुताबिक SMBH बिग-बैंग के काफी बाद ऐसे ब्लैकहोल से पैदा हुए जो किसी विशाल तारे के मरने से बना हो। इस केस में शुरुआत में SMBH सूरज से mass में कुछ हजार गुना ज्यादा होंगे और बाद में आसपास के सितारों और गैस के इनमें समाने से यह और विशाल होते चले गए।

‘एक थिअरी इसलिए हो सकती है गलत’
कार्डिफ की एक टीम को अब एक ऐसे ही SMBH के सबूत मिले हैं जिसका mass सूरज से 10 लाख गुना ज्यादा है। यह ब्लैकहोल हमारी पृथ्वी से 1 करोड़ प्रकाशवर्ष दूर एक गैलेक्सी Mirach’ Ghost (NGC 404) के केंद्र में हैं। यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ फिजिक्स ऐंड ऐस्ट्रोनॉमी के डॉ. टिम डेविस का कहना है, ‘Mirach’s Ghost के SMBH का mass पहली वाली थिअरी की रेंज में है।’ डेविस ने बताया है कि यह ब्लैकहोल ऐक्टिव है और गैसें निगल रहा है। इसलिए यह कहना है कि Direct Collapse से सिर्फ विशाल SMBH ही बनते हैं, यह सही नहीं हो सकता।

‘पास की गैलेक्सी के ब्लैकहोल पर नजर’
इस SMBH की स्टडी की मदद से इस बात का पता लगाया जा सकेगा कि दोनों थिअरी क्या अंतर है। वैज्ञानिकों ने यह खोज चिली की चिलियन ऐंडीज में Atacama Large Millimeter/submillimeter Array (ALMA) की मदद से की। यह टेलिस्कोप ब्रह्मांड के सबसे ठंडे ऑब्जेक्ट्स को ऑब्जर्व करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। डॉ. डेविस की टीम में शामिल डॉ. मार्क सार्जी का कहना है कि हमारे पास की गैलेक्सी में सबसे छोटे SMBH को स्टडी करने से हमें उनकी उत्पत्ति के बारे में पता चल सकता है।

वैज्ञानिकों ने नई तकनीक के जरिए ब्लैक होल के आसपास घूमते गैस के बादलों को जूम करके देखा जो सिर्फ 1.5 प्रकाशवर्ष दूर थे। वैज्ञानिकों का मानना है कि लगभग सभी बड़ी गैलेक्सियों के केंद्र में एक विशाल SMBH है। हमारी आकाशगंगा में करीब 26 हजार प्रकाशर्ष दूर ब्लैकहोल Sagittarius A (A Star) है।

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