पाक में 40% पायलट्स फर्जी लाइसेंसधारी: मंत्री

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इस्लामाबाद
पिछले महीने कराची एयरपोर्ट के पास हुए विमान हादसे के कारण को लेकर शुरुआती जांच रिपोर्ट संसद में पेश करते हुए देश के उड्डयन मंत्री गुलाम सरवर खान ने एक बड़ी समस्या का जिक्र किया। उन्होंने पूरे देश की एयरलाइन इंडस्ट्री में फैले फर्जी पायलट्स के जाल की समस्या को भी उजागर किया। मंत्री ने कहा कि 40% पायलट्स के पास फर्जी लाइसेंस होते हैं जिनमें बड़ी संख्या में पाकिस्तान इंटरनैशनल एयरलाइन्स के पायलट भी शामिल हैं।

एग्जाम नहीं दिए, मेरिट नजरअंदाज
खान ने कहा कि पिछले साल एक जांच में पता चला है कि पाकिस्तान के 860 ऐक्टिव पायलट्स में से 262 पायलट्स के पास या तो फर्जी लाइसेंस थे या उन्होंने अपने एग्जाम में चीटिंग की थी। उन्होंने कहा कि इन पायलट्स ने न कभी एग्जाम दिया होता है और न इनके पास प्लेन उड़ाने का सही अनुभव होता है। खान ने कहा कि दुर्भाग्य से पायट्स की नियुक्ति राजनीतिक आधार पर होती है। उन्होंने बताया कि 4 PIA पायलट्स की डिग्री फर्जी पाई गई है और नियुक्ति के वक्त मेरिट को नजरअंदाज कर दिया जाता है।

अनुभवी लेकिन अतिआत्मविश्वासी थे पायलट
सरवर ने कहा कि सरकार ऐसे PIA पायलट्स के खिलाफ ऐक्शन लेगी जो इन अपराधों के दोषी पाए जाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार PIA को दोबारा खड़ा करेगी और उसे उसके सुनहरे दिनों में वापस लेकर जाएगी। हालांकि, मंत्री ने यह नहीं बताया कि क्रैश हुए प्लेन के पायलट्स को लेकर ऐसी आशंका है या नहीं कि उनके पास लाइसेंस फर्जी थे या सही थे। उन्होंने यह जरूर कहा कि दोनों पायलट्स बेहद अनुभवी थे लेकिन उनके अतिआत्मविश्वास के कारण यह हादसा हुआ।

पायलट्स, ATC को ठहराया जिम्मेदार
सरवर खान ने कहा है कि पायलट और एयर ट्रैफिक कंट्रोल, दोनों ने ही नियमों का पालन नहीं किया। पायलट ने ATC के निर्देशों को नजरअंदाज किया और ATC ने पायलट को इंजन की टक्कर के बारे में नहीं बताया। मंत्री ने कहा है कि पायलट फ्लाइट के दौरान कोरोना वायरस पर चर्चा कर रहे थे और कैसे उनके परिवारों पर इसका असर पड़ा था। उनका ध्यान नहीं लगा था। जब कंट्रोल टावर ने उनसे प्लेन की ऊंचाई बढ़ाने को कहा तो उन्होंने कहा कि वह मैनेज कर लेंगे।

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