रूस: साइबेरिया में डीजल लीक, इमरजेंसी लागू
रूस के साइबेरिया में एक पॉवर प्लांट से 20 हजार टन डीजल के रिसाव के बाद राष्ट्रपति ने स्टेट इमरजेंसी की घोषणा कर दी है। जिस प्लांट से तेल का रिसाव हुआ है वह साइबेरिया के नोर्लिस्क शहर में स्थित है। इस प्लांट से भारी मात्रा में डीजल के बहने के बाद उसे रोकने के लिए युद्ध स्तर पर कार्रवाई की जा रही है। बता दें कि प्लांट से डीजल बहकर अंबरनाया नदी में मिल गया है।
शुक्रवार से ही शुरू हुआ था डीजल का रिसाव
साइबेरिया के जिस प्लांट से डीजल का रिसाव हुआ है वह नोर्लिस्क निकिल की एक इकाई है। यह कंपनी निकेल और पैलैडियम धातु का उत्पादन करने के मामले में दुनिया के शीर्ष कंपनियों में शामिल है। इस कंपनी में तेल का रिसाव शुक्रवार से ही शुरू हो गया था लेकिन, पर्याप्त रोकधाम के उपाय न करने के कारण दो दिनों में 20 हजार टन डीजल बह गया।
क्यों हुआ डीजल लीक
बताया जा रहा है कि प्लांट में तेल का रिसाव फ्यूल टैंक का एक पिलर धंसने से कारण शुरू हुआ था। यह टैंक बर्फीली कठोर जमीन पर बना हुआ था जो तापमान बढ़ने के बाद पिघलने लगी। हालांकि साइबेरिया क्षेत्र में ऐसी घटना कम ही देखने को मिलती है। बता दें कि इस घटना के बारे में कंपनी नोर्लिस्क निकिल की तरफ से अभी कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
जल और मृदा संकट की आशंका
तेल के रिसाव से पर्यावरण विज्ञानियों ने आने वाले दिनों में साइबेरिया क्षेत्र में जल और मृदा संकट की आशंका जताई है। उन्होंने कहा है कि इस रिसाव से 350 वर्ग मील से ज्यादा एरिया प्रभावित है। यहां की अंबरनाया नदी में 15 हजार टन पेट्रोलियम उत्पाद मिल गए हैं। जिसकी सफाई करना अब बहुत मुश्किल काम है। यह नदी आगे जाकर एक झील से मिलती है।