खतरा! खिसक रहा धरती का मैग्नेटिक नॉर्थ पोल
पृथ्वी का मैग्नेटिक नॉर्थ पोल बहुत तेज और चिंताजनक रफ्तार से साइबेरिया के नजदीक पहुंच रहा है। ब्रिटेन और डेनमार्क के रिसर्चर्स ने एक स्टडी के आधार पर यह जानकारी दी है। उनका कहना है कि उन्होंने दक्षिण की ओर हो रहे इस मूवमेंट की वजह भी पता लगा ली है।
उनका कहना है कि धरती की Core (एक सतह) में मैग्नेटिक फोर्स की दो Lobes में काफी हलचल है जिसकी वजह से यह बदलाव देखने को मिला है। स्टडी के मुताबिक नॉर्थ पोल 1999 से लेकर 2005 तक 9 से लेकर 35 मील तक अपनी जगह से शिफ्ट हो चुका है।
पहले कभी नहीं देखा गया ऐसा
नॉर्थ पोल की खोज जेम्स क्लार्क रॉस ने सबसे पहले 1831 में कनाटा के नुनावुट में बूथिया पेनिनसुला पर की थी। वैज्ञानिक तब से इसकी पोजिशन को स्टडी कर रहे थे। लीड रीसर्चर यूनिवर्सिटी ऑफ लीड्स में जियोफिजिक्स के असोसिएट प्रफेसर फिल लिवरमोर के मुताबिक पहले ऐसा कभी नहीं देखा गया। उन्होंने लाइव साइंस को बताया, ‘हमारा अनुमान है कि पोल साइबेरिया की ओर शिफ्ट करता रहेगा लेकिन भविष्य का अनुमान लगाना एक चुनौती है और हम दावे से नहीं कह सकते।’ स्टडी में यूरोपियिन स्पेस ऐडमिनिस्ट्रेशन के स्वॉर्म सैटलाइट मिशन से मिले 20 साल के सैटलाइट डेटा को स्टडी किया गया था।
इसलिए हो रहा बदलाव
रीसर्चर्स के मुताबिक, ‘पिछले दो दशकों से नॉर्थ मैग्नेटिक पोल की पोजिशन दो बड़े निगेटिव मैग्नेटिक फ्लक्स के लोब्स से तय हो रही है जो कनाडा और साइबेरिया के नीचे Core-mantle (पृथ्वी की दो सतहों) की सीमा पर हैं।’ इनकी वजह से ही यह बदलाव हो रहा है। पिछले साल दिसंबर में वर्ल्ड मैग्नेटिक मॉडल ने दिखाया था कि मैग्नेटिक नॉर्थ हर 30 मील शिफ्ट हो रहा है। 16वीं सदी के बाद से यह सबसे तेज स्पीड है जिसकी वजह से दुनियाभर में एविएशन, नैविगेशन सिस्टम और जीपीएस बेस्ड स्मार्टफोन ऐप्स पर असर पड़ सकता है।
ब्रिटिश जियोलॉजिकल सर्वे ने मेलऑनलाइन को बताया है, ‘मैग्नेटिक नॉर्थ पोल नॉर्थ कनाडा के आसपास 1590 से लेकर 1990 के बीच रहा और फिर पिछले 20 साल में यह 10 से 50 किमी हर साल शिफ्ट होने लगा।’ इससे उलट साउथ पोल पिछले 100 साल में बहुत कम अपनी जगह से हटा है।
(Source: DailyMailUK)