अभिनेता पवन शेट्टी और संजय शर्मा ने मैट्स के विद्यार्थियों को दी ऑनलाइन फिटनेस ट्रेनिंग

अभिनेता पवन शेट्टी और संजय शर्मा ने मैट्स के विद्यार्थियों को दी ऑनलाइन फिटनेस ट्रेनिंग
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रायपुर। मैट्स विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग द्वारा ’फिटनेस मंत्र’ विषय पर ऑनलाइन अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया। इसमें शरीर सौष्ठव के क्षेत्र में मिस्टर वर्ल्ड का खिताब हासिल कर चुके साउथ के सिने अभिनेता श्री पवन शेट्टी एवं शरीर सौष्ठव के राष्ट्रीय खिलाड़ी, प्रशिक्षक एवं अंतर्राष्ट्रीय निर्णायक श्री संजय शर्मा ने विद्यार्थियों को फिटनेस के बेसिक टिप्स दिये जिससे युवा पीढ़ी स्वयं को स्वस्थ रख सके।
हिन्दी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. रेशमा अंसारी ने बताया कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य वर्तमान कठिन परिस्थितयों में युवाओं को स्वस्थ एवं फिट रहने की सहज व सरल तकनीक से अवगत कराना था। विशेषज्ञों ने विद्यार्थियों को ऑनलाइन वेट ट्रेनिंग की आधारभूत तकनीक का प्रशिक्षण भी दिया। इस अवसर पर खनिज अधिकारी एवं शरीर सौष्ठव के अंतर्राष्ट्रीय निर्णायक श्री संजय शर्मा ने कहा कि वर्तमान समय में सभी को अपनी दिनचर्या में व्यायाम को अभिन्न अंग बना लेना चाहिए जिसकी आज आवश्यकता है। श्री शर्मा ने विद्यार्थियों को जिम की कुछ बेसिक तकनीक का प्रशिक्षण दिया जिसे हर कोई घर पर आसनी से बिना किसी विशेष उपकरणों के कर सकता है। उन्होंने कहा कि हमें स्वयं को फिट रखने के लिए आलस्य त्यागकर योगा, जिम आदि को लाइफ स्टाइल में शामिल करना चाहिए। शरीर स्वस्थ रहेगा तो मन और मस्तिष्क भी स्वस्थ रहेगा और हमारे व्यक्तित्व का विकास होगा। हमें जंक फूड को त्यागकर घर के ही दाल-चावल, सोयाबीन, न्यूट्रीला आदि को महत्व देना चाहिए।
शरीर सौष्ठव में मिस्टर वर्ल्ड का खिताब जीत चुके साउथ फिल्मों के अभिनेता श्री पवन शेट्टी ने कहा कि कम से कम 30 मिनट अपने जीवन को प्रतिदिन व्यायम के लिए दीजिए। कुछ सालों में आपका जीवन बदल जाएगा। हमें व्यायाम को जीवन-भर के लिए चुनना चाहिये न कि कुछ दिने विशेष के लिए। हमें शॉर्ट नहीं लाइफ टाइम के लिए फिटनेस का चुनाव करना चाहिए। शरीर सौष्ठव से लेकर अभिनेता बनने तक के सफर को लेकर उन्होंने कहा कि मेरे जीवन का पहला सबसे अनमोल पल तब आया जब मेरे पिता ने मुझे जिम जाने की अनुमति दी और दूसरा अनमोल पल वर्ष 2015 में जब मैने इटली में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए मिस्टर वर्ल्ड का खिताब जीता। यहाँ तक पहुँचने में मुझे 10 वर्ष लगे लेकिन मेरा जीवन बदल गया। इसके बाद जिम का व्यवसाय प्रारंभ किया। कर्नाटक में मेरे चार जिम हैं और फिर मुझे फिल्मों से भी ऑफर आया। मुझे फिल्मों में ही अपने कैरियर को ऊचाइयों तक पहुँचाना है। उन्होंने बताया कि जिम में वर्कआउट करने से पहले 15 से 20 मिनट उस संबंध में प्रतिदिन पढ़ना जरूरी है। गूगल से या फिर पत्र-पत्रिकाएँ, रिसर्च पेपेर आदि। एक अच्छा प्रशिक्षक आवश्यक है और अपनी जीवन शैली व शारीरिक संरचना के आधार पर डाइट फालो करना जरूरी है। विशेषज्ञों ने विद्यार्थियों के सवालों के जवाब भी दिये। इस अवसर पर विभागाध्यक्ष हिन्दी डॉ. रेशमा अंसारी ने विषय विशेषज्ञों द्वारा विद्यार्थियों को दिये गये अपने कीमती समय के लिए आभार व्यक्त किया। व्याख्यान में विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग सहित विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष. प्राध्यापकगण एवं अनेक संख्या में विद्यार्थीगण आनलाइन उपस्थित थे। मैट्स विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री गजराज पगारिया, महानिदेशक श्री प्रियेश पगारिया, कुलसचिव श्री गोकुलानंदा पंडा, उपकुलपति डॉ. दीपिका ढांढ, एकेडमिक डीन डॉ. एस.पी. दुबे ने अतिथियों को शुभकामनाएँ देते हुए विद्यार्थियों को दिये गये फिटनेस टिप्स को अपनी दिनचर्या का अभिन्न अंग बनाने के लिए प्रेरित किया।

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