भारत में अपने 150 करोड़ डॉलर के प्रोजेक्ट बंद कर सकते हैं ट्रंप

भारत में अपने 150 करोड़ डॉलर के प्रोजेक्ट बंद कर सकते हैं ट्रंप
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नई दिल्ली :अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी चैरिटी संस्था ट्रंप फाउंडेशन के अलावा भारत में चल रहे कई परियोजनाओं को भी बंद कर सकते हैं। ट्रंप राष्ट्रपति पद संभालने के बाद हितों के टकराव की संभावना को रोकने के लिए कई देशों में अपने प्रोजेक्ट बंद करने पर विचार कर रहे हैं।

ट्रंप समूह के कारोबार की भारतीय प्रतिनिधि ‘ट्रिबेका’ के संस्थापक और मैनेजिंग पार्टनर कल्पेश मेहता के मुताबिक, भारत में ट्रंप के 150 करोड़ डॉलर के पांच नए प्रोजेक्ट चल रहे हैं, बाकी कई प्रोजेक्ट पूरे होने वाले हैं। मेहता के मुताबिक, भारत में उनका एक प्रोजेक्ट पूरा हो चुका है और दो प्रोजेक्ट की बिक्री शुरू की जा चुकी है।

साथ ही अगले साल तीन और प्रोजेक्ट शुरू करने की तैयारी है। भारत में ट्रंप ब्रांड की मांग काफी ज्यादा है। मुंबई के रीयल इस्टेट कारोबारी मेहता भारत में ट्रंप समूह के इकलौते प्रतिनिधि हैं। शनिवार को ट्रंप ने अपने फाउंडेशन को बंद करने की घोषणा के साथ यह भी स्पष्ट किया था कि वह धर्मार्थ कार्यो के लिए दूसरे रास्तों की तलाश करेंगे।

उन्होंने स्पष्ट किया है कि वह राष्ट्रपति पद संभालने के बाद हितों का टकराव नहीं चाहते हैं। चंदा इकट्ठा करने में न्यूयॉर्क कानूनों के उल्लंघन के आरोपों में ट्रंप की चैरिटी संस्था की जांच हो रही है। नवनिर्वाचित राष्ट्रपति पहले ही कह चुके हैं कि वह जल्द ही समूह के कारोबार से खुद को अलग कर लेंगे।

न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, भारत के अलावा ब्राजील, अर्जेन्टीना, अजरबेजान में भी अधूरे या पूरे हो चुकी परियोजनाओं से खुद को अलग कर रहे हैं। भारत में ट्रंप समूह का निवेश विदेश में कंपनी के कारोबार में बड़ा हिस्सा है। इसमें पुणो और मुंबई, गोवा और हरियाणा में 16 से ज्यादा प्रोजेक्ट हैं। मेहता के मुताबिक, उत्तर अमेरिका के बाद ट्रंप की रीयल इस्टेट के सबसे ज्यादा प्रोजेक्ट भारत में हैं।

ये आरोप हैं ट्रंप के फाउंडेशन-
फाउंडेशन पर ट्रंप से मिलाने के लिए लाखों डॉलर का चंदा लेने का आरोप
ऊर्जा, रीयल्टी, शराब क्षेत्र में निवेश करने वाली ट्रंप की कंपनियों का राष्ट्रपति पद के हितों से टकराव
अमेरिकियों को नौकरी के मुखर समर्थक ट्रंप की वाइन कंपनी ने विदेशी कर्मियों की नियुक्ति को मंजूरी मांगी
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