मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना: 220 जोड़े बंधे परिणय-सूत्र में

मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना: 220 जोड़े बंधे परिणय-सूत्र में
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रायपुर : मुख्यमंत्री सामूहिक कन्या विवाह योजना अंतर्गत मानस भवन दुर्ग में सामाजिक एवं धार्मिक रीति-रिवाज में परिवारजनों एवं गणमान्य अतिथियों की मौजूदगी में 220 जोड़ों का विवाह सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर नव-दम्पत्तियों ने दाम्पत्य जीवन के लिए एक दूसरे का हाथ थामा। नव दम्पत्तियों को आशीर्वाद देने पहुंची महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमति अनिला भेंड़िया ने कहा की यह बहुत ही शुभ अवसर है। जहाँ एक ही मंच पर 220 जोड़ों का विवाह सामाजिक एवं धार्मिक रीति-रिवाज से कराया जा रहा है। दुर्ग जिले के लिए यह क्षण गौरवान्वित करने वाला पल है जिसमें इतने जोड़ों का एक साथ विवाह हुआ है। मुख्यमंत्री सामूहिक कन्या विवाह योजना निर्धन परिवार के बेटियों के लिए एक सौगात है जिसमें बिना कोई पारिवारिक खर्च के विवाह होता है।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की संवेदनशील सोच है कि बेटियों का विवाह बिना किसी खर्च के आसानी से हो। इस सोच के चलते उन्होंने योजनातंर्गत दिये जाने वाली राशि 15 हजार रुपये से बढ़ाकर 25 हजार रुपए देने का निर्णय लिया है। जिससे प्रदेश के सभी जिलों में अधिकाधिक संख्या में इस योजनान्तर्गत विवाह हो रहा है। मंत्री श्रीमती भेेडिया ने कहा कि आर्थिक परेशानी के चलते ऐसे परिवार जो खर्चीले विवाह से बचना चाहते है, उन परिवारों के लिए मुख्यमंत्री सामूहिक कन्या विवाह वरदान साबित हो रहा है। उन्होंने अन्य लोगों को प्रेरित करते हुए कहा कि हमें खर्चीले विवाह से बचना चाहिए और इससे बचने वाली राशि का सदुपयोग करते हुए आने वाले भविष्य को संवारने के कार्य में लगाना चाहिए। नव-दम्पत्तियों को खुशहाल एवं सुखमय जीवन की आशीर्वाद देते हुए कहा कि बेटियां दो परिवार की आन-बान और शान होती है। परिवार की मान-सम्मान को बनाये रखने में महिलाओं की बड़ी भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में पुरुषों की बराबरी पर है। किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं है। महिलाएं हर क्षेत्र में सबलता के साथ आगे बढ़ रही है। आर्थिक सामाजिक राजनैतिक व उद्यमिता के क्षेत्र में समाज का नाम रोशन कर रही है।

मुख्यमंत्री सामूहिक कन्या विवाह योजनातर्गत 220 जोडों का विवाह सम्पन्न हुआ। इनमें दो जोड़े बौद्ध धर्म से संबंद्ध थे। जिनका विवाह बौद्ध परंपरा के अनुसार सम्पन्न कराया गया। बताना चाहेंगे कि सामूहिक विवाह में दुर्ग जिले में हुई अब तक के विवाह में आज सर्वाधिक संख्या में जोड़ों का विवाह हुआ है। योजना अंतर्गत हितग्राहियों को 25 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाती है।

सामूहिक विवाह कार्यक्रम की अध्यक्षता दुर्ग शहर विधायक श्री अरूण वोरा ने किया। उन्होंने नव-दम्पत्तियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विवाह जीवन में शामिल प्रमुख संस्कारों में से है। विवाह दो परिवार की मिलन का प्रमुख आधार है। उन्होंने कहा कि वैवाहिक जीवन में एक दुसरे की सुख-दुख का ख्याल करने के साथ ही विश्वास को कायम रखना चाहिए। सदैव परिवार को आगे ले जाने की दिशा में एक दूसरे का साथ देना चाहिए। उन्होंने बेटियों को आशीर्वचन देते हुए कहा कि आने वाले पीढी को शिक्षा व संस्कारवान बनाने के लिए संकल्पित रहना चाहिए। इस अवसर पर जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती शालिनी यादव अन्य जनप्रतिनिधि, नव-दम्पत्तियों के परिवार जन सहित विभागीय अधिकारी विवाह कार्यक्रम के साक्षी बने।

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