सीए प्रोफेशनल के रूप में महिलाओं की ज्यादा से ज्यादा सहभागिता हो : राज्यपाल

सीए प्रोफेशनल के रूप में महिलाओं की ज्यादा से ज्यादा सहभागिता हो : राज्यपाल
Facebooktwitterredditpinterestlinkedinmail

रायपुर-राज्यपाल आंनदीबेन पटेल आज यहां बिलासपुर में आयोजित द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया, बिलासपुर ब्रांच चार्टर्ड अकाउंटेंट के राष्ट्रीय सम्मेलन में शामिल हुई। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था में सीए प्रोफेशनल का बहुत ही अहम योगदान रहता है। यदि सीए के क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा महिलाओं की सहभागिता होनी चाहिये। घर की छोटी से छोटी बातों का ध्यान महिलायें बहुत ही अच्छे से रखती है। देश की नई वित्तमंत्री भी महिला है। उम्मीद है सीए के क्षेत्र में महिलायें अपना नाम करेंगी।राज्यपाल ने कहा कि चाहे कोई बड़ी या छोटी व्यापारिक संस्थान, यहां तक आजकल शासकीय संस्थानों में भी चार्टर्ड अकाउंटेंट की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। सीए एक बेहद चुनौतीपूर्ण एवं संभावनाओं से भरा प्रोफेशन है। विभिन्न प्रकार वित्तीय गतिविधियों में चार्टर्ड अकाउंटेंट की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। वे संस्था को महत्वपूर्ण आर्थिक विषयों पर सलाह प्रदान करते हैं और वर्तमान परिप्रेक्ष्य में इन्हें यदि आर्थिक मार्गदर्शक की उपमा भी दी जाए तो वह अतिश्योक्ति नहीं होगी।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा कि किसी भी देश में अर्थ का ही सबसे महत्वपूर्ण स्थान होता है। देश को आय की प्राप्ति विभिन्न स्त्रोतों से मिलने वाले राजस्व जैसे आयकर, विक्रय कर या अन्य प्रकार के कर से होती है। कराधान का महत्व प्राचीन समय से है। कौटिल्य ने भी इसे किसी राज्य के लिये सबसे महत्वपूर्ण माना था। व्यापारिक संस्थाओं से लेकर आम नागरिक कर संबंधित विषयों में सीए की मदद अवश्य लेते हैं। इस प्रकार आप लोग देश को अधिक से अधिक करों की प्राप्ति करने में सहयोग प्रदान करते है और राष्ट्र के आर्थिक प्रगति में अपना योगदान भी देते हैं।
हमारा देश विश्व की उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। हमारे देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने में एकाउंटेंसी (लेखांकन) की महत्वपूर्ण भूमिका है। मेरा यह मानना है कि किसी भी देश में आर्थिक विकास में सशक्त एकाउंटेंसी (लेखांकन तथा अंकेक्षण) एक आधारभूत बुनियाद की तरह है।
सीए का मुख्य दायित्व होता है कि उसके द्वारा प्रस्तुत लेखा एवं वित्तीय प्रतिवेदन उच्च गुणवत्तायुक्त हो। सीए एक लेखापरीक्षक, परामर्शदाता एवं सलाहकार के रूप में अपनी विश्लेषणात्मक योग्यता एवं कौशल से, वित्तीय समस्याओं का समाधान खोजते हैं। ऐसी बहुमूल्य सेवा, किसी भी संगठन को न केवल मजबूत होती है, बल्कि संगठनल की सही एवं परिशुद्ध वित्तीय स्थिति भी सुनिश्चित करती है। यह खुशी की बात है कि इस प्रोफेशन से जुड़े व्यक्ति सक्रिय एवं समर्पित होकर कार्य करते हैं।
चार्टर्ड एकाउंटेंट के सामाजिक दायित्व की ओर ध्यानाकर्षित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि भारत में आर्थिक उदारीकरण के दौर में देश के आर्थिक परिदृश्य में भारी बदलाव आया है। निजी एवं सार्वजनिक संस्थानों के भेद की रेखा दिनों दिन बारीक होती जा रही है। ऐसे में एकाउंटेंसी प्रोफेशनल्सका दायित्व और बढ़ जाता है कि वे सतर्क रहकर यह सुनिश्चित करें कि सभी लोग अपने व्यापार व्यवसाय में पारदर्शिता रखें। आज नागरिक के आर्थिक विकास निवेश का पैसा सुरक्षित रहे यह आप सब की सामाजिक जवाबदारी है। हमें यह ध्यान में रखना होगा कि हमारे देश की बड़ी आबादी को आज भी आधारभूत सुविधाओं से वंचित है। उन्हें विकास के रास्ते में आगे ले जाना, उन्हें सम्मानजनक जीवन स्तर उपलब्ध कराना, हम सबका सामूहिक दायित्व है।
तखतपुर विधायक श्रीमती रश्मि आशीष सिंह ने कहा कि सीए समाज में प्रबुद्ध नागरिक होते हैं। जिनके ऊपर अर्थव्यवस्था, अंकेक्षण, खाता प्रबंधन की जिम्मेदारी होती है। सीए के बिना व्यवसाय करना कठिन है। इस अवसर पर बिलासपुर विधायक श्री शैलेष पाण्डेय ने कहा कि देश के आर्थिक व्यवस्था सुदृढ़ और पारदर्शी बनानें में सीए प्रोफेशनल की महत्वपूर्ण भूमिका है।
इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष श्री धरम लाल कौशिक, बिलासपुर विधायक श्री शैलेष पाण्डेय, तखतपुर विधायक श्रीमती रश्मि सिंह, एसईसीएल के सी.एम.डी. श्री ए.पी. पांडा, चार्टर्ड अकाउंटेंट श्री जय छैरा, सेंट्रल काउंसिल मेंबर्स श्री अनुज गोयल, रिजनल काउंसिल चेयरमेन श्री मुकेश बंसल, बिलासपुर शाखा के अध्यक्ष श्री सचेन्द्र जैन, रायपुर शाखा के अध्यक्ष श्री सी.पी. भाटिया तथा इस राष्ट्रीय सम्मेलन में छत्तीसगढ़ एवं देश के विभिन्न भागों से उपस्थित चार्टर्ड अकाउंटेंट उपस्थित रहे।

Facebooktwitterredditpinterestlinkedinmail

watchm7j

Leave a Reply

Your email address will not be published.