राजनीतिक दलों को दी गई निर्वाचन कार्यक्रम, व्यय लेखा संधारण और मोबाइल एप्स की जानकारी

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लोकसभा निर्वाचन को लेकर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के साथ राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की पहली बैठक सम्पन्न

रायपुर. . छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी  सुब्रत साहू ने आज यहां अपने कार्यालय में राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की बैठक ली। लोकसभा निर्वाचन के लिए आदर्श आचार संहिता प्रभावशील होते ही आयोजित इस पहली बैठक में राजनीतिक दलों को प्रदेश में लोकसभा निर्वाचन-2019 के विस्तृत कार्यक्रम की जानकारी दी गई। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को आदर्श आचार संहिता, निर्वाचन व्यय लेखा संधारण तथा सुगम निर्वाचन के लिए आम जनता, राजनीतिक दलों एवं उम्मीदवारों के उपयोग के लिए तैयार किए गए मोबाइल एप्स के बारे में विस्तार से बताया।मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू ने बैठक में बताया कि प्रदेश में पहले चरण में 11 अप्रैल को बस्तर लोकसभा क्षेत्र में होने वाले मतदान के लिए निर्वाचन की अधिसूचना का प्रकाशन 18 मार्च को किया जाएगा। दूसरे चरण में 18 अप्रैल को मतदान वाले कांकेर, राजनांदगांव और महासमुंद लोकसभा क्षेत्र के लिए अधिसूचना का प्रकाशन 19 मार्च को किया जाएगा। तीसरे चरण में 23 अप्रैल को मतदान वाले दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, कोरबा, रायगढ़ और सरगुजा लोकसभा क्षेत्र के लिए 28 मार्च, 2019 को निर्वाचन की अधिसूचना प्रकाशित की जाएगी। उन्होंने तीनों चरणों के लिए नामांकन पत्र भरने की अंतिम तिथि, उनकी संवीक्षा और नामांकन वापसी की तारीखों की भी जानकारी दी। श्री साहू ने बताया कि सी-विजिल, सुविधा, समाधान और सुगम मोबाइल एप निर्वाचन की अधिसूचना जारी होने की तारीख से काम करना शुरू कर देंगे।संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती पद्मिनी भोई साहू ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को निर्वाचन व्यय लेखा के संधारण और प्रचार हेतु इस्तेमाल किये जाने वाले वाहनों के लिए जरूरी अनुमति के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नामांकन दाखिल करने के पूर्व सभी उम्मीदवारों को निर्वाचन व्यय के लिए एक अलग बैंक खाता खुलवाना होगा। उम्मीदवारों को रिटर्निंग अधिकारी द्वारा दिए गए निर्वाचन व्यय रजिस्टर में नामांकन जमा करने की तिथि से रोज के खर्चों का लेखा, कैश-बुक और बैंक-पासबुक का नियमित संधारण करना होगा। निर्वाचन का परिणाम घोषित होने के 30 दिनों के भीतर सभी प्रत्याशियों को निर्वाचन व्यय का लेखा जिला निर्वाचन अधिकारी को प्रस्तुत करना होगा।बैठक में लोकसभा निर्वाचन के दौरान आम जनता, राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों द्वारा उपयोग किए जाने वाले विभिन्न एप्स के बारे में भी जानकारी दी गई। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के सिस्टम मैनेजर श्री विनोद आगलावे ने सुविधा परमिशन एप्लीकेशन, उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी  उज्जवल पोरवाल ने वोटर हेल्पलाइन एप और सहायक मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री रूपेश वर्मा ने सी-विजिल एप में लाग-इन प्रक्रिया और इनके उपयोग के बारे में बताया। बैठक में इंडियन नेशनल कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे), आजादी का अंतिम आंदोलन दल और सर्वोदय भारत पार्टी के प्रतिनिधियों सहित मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

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