यौन शोषण केस में डेरा प्रमुख दोषी करार, भड़की हिंसा, 30 की मौत

यौन शोषण केस में डेरा प्रमुख दोषी करार, भड़की हिंसा, 30 की मौत
Facebooktwitterredditpinterestlinkedinmail

चंडीगढ़। साध्वी यौन शोषण मामले में सीबीआई कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाते हुए डेरा प्रमुख बाबा राम रहीम को दोषी करार दिया है। उन्हें दोषी करार देते ही पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। कोर्ट ने उन पर लगे सभी आरोपों को सही मानते हुए यह फैसला सुनाया है। अब उनकी सजा का ऐलान सोमवार को किया जाएगा। इस बीच देर रात पंचकूला के डीएसपी अशोक कुमार को सस्पेंड कर दिया गया।

राम रहीम को दोषी करार दिए जाने के बाद हरियाणा सहित 5 राज्यों में हिंसा भड़क उड़ी। हरियाणा से शुरु हुई हिंसा की आंच पंजाब, दिल्ली, उत्तरप्रदेश और राजस्थान भी पहुंची। अभी तक मरने वालों की संख्या 30 हो चुकी हैं जबकि 250 से ज्यादा घायल हैं। पंचकूला में 28 और सिरसा में 2 की मौत हुई है। मृतकों में 2 मीडियाकर्मी और घायलों में 2 आईपीएस समेत 65 पुलिसकर्मी शामिल हैं। इस मामले पुलिस ने अभी तक 1000 से ज्यादा उपद्रवियों को हिरासत में ले लिया है।

गिरफ्तारी के बाद बाबा राम रहीम को रोहतक की सुनारिया जेल भेज दिया गया। सोमवार को सजा सुनाने के दौरान बाबा राम रहीम की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से ही होगी। सुरक्षा कारणों से ये फैसला किया गया है।

इधर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने हिंसात्मक घटनाओं पर चिंता जताई है। प्रधानमंंत्री नरेंद्र मोदी ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पूरे मामले की जानकारी ली है। पीएम मोदी ने हिंसात्मक घटनाओं पर दुख जताया बताया कि केंद्र पूरे मामले पर नजर रखे हुए है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार फैसला आने के बाद बाबा राम रहीम की आंखे नम थी। फैसले के बाद कोर्ट परिसर में पश्चिमी कमांड की टुकड़ी पहुंच गई है। रिपोर्ट्स के अनुसार यहां से बाबा राम रहीम को सेना की ही निगरानी में रखा जाएगा। जानकारी के अनुसार पश्चिमी कमांड में एक अस्थायी जेल में रात तक रखा जाएगा जहां से उन्हें अंबाला जेल में शिफ्ट किया जाएगा।

फिलहाल राम रहीम को सेना ने अपनी हिरासत में लिया हुआ है और खबर है कि उनका मेडिकल टेस्ट करवाया जा सकता है। इस बाती उम्मीद भी जताई जा रही है कि सजा के ऐलान के दिन उन्हें कोर्ट लाने की बजाय वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ही सजा सुना दी जाए।

यह है मामला

गुमनाम पत्र के माध्यम से एक साध्वी ने डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह राम रहीम पर यौन शोषण सहित कई अन्य संगीन आरोप लगाए थे। यह पत्र तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को लिखा गया था। साथ ही इसकी प्रति पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट को भेजी गई थी। पत्र में आरोप लगाए गए थे कि पीड़िता पंजाब की रहने वाली है और सिरसा के डेरा सच्चा सौदा में 5 साल से एक साध्वी के रूप में रह रही है।

आरोप लगाया गया कि साध्वियों का शोषण किया जा रहा है। अपनी आपबीती भी बताई गई थी, जिसमें डेरामुखी गुरमीत राम रहीम पर यौन शोषण के आरोप लगे थे। घटना 1999 की है और पत्र 2001 में लिखा गया। प्राथमिकी 2002 में दर्ज की गई। तब उच्च न्यायालय ने पत्र का संज्ञान लेते हुए सितंबर 2002 को मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। सीबीआई ने जांच में उक्त तथ्यों को सही पाया और डेरा प्रमुख के खिलाफ विशेष अदालत के समक्ष 31 जुलाई 2007 में आरोप पत्र दाखिल कर दिया।

Facebooktwitterredditpinterestlinkedinmail

watchm7j

Leave a Reply

Your email address will not be published.