कौशल विकास में मध्यप्रदेश सबसे आगे – केन्द्रीय राज्य मंत्री राजीव प्रताप रूड़ी

कौशल विकास में मध्यप्रदेश सबसे आगे – केन्द्रीय राज्य मंत्री राजीव प्रताप रूड़ी
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भोपाल : कौशल प्रशिक्षण के प्रति युवाओं में जागरूकता लाने और उन्हें कौशल प्रशिक्षण के लिये प्रेरित करने के लिये “रोजगार की पढ़ाई – चलें आई.टी.आई.” अभियान का आज यहाँ पूरे प्रदेश में एक साथ शुभारंभ हुआ। अभियान इस वर्ष चार चरण में किया जायेगा और हर साल चलेगा। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने केन्द्रीय कौशल विकास राज्य मंत्री श्री राजीव प्रताप रूड़ी के साथ स्थानीय गोविंदपुरा स्थित आदर्श औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान से अभियान की शुरूआत की। सभी जिलों में शुभारंभ सत्र का सजीव प्रसारण किया गया।

केन्द्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री श्री राजीव प्रताप रूड़ी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के स्किल्ड इंडिया की कल्पना को मध्यप्रदेश में पूरी क्षमता और दक्षता के साथ क्रियान्वित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत हमेशा से कौशल सम्पन्न देश रहा है। कौशल सम्पन्न लोगों ने ही आम जिन्दगी को आरामदायक और सरल बनाया है।

भारत को कौशल सम्पन्न जनशक्ति की जरूरत है। इस दिशा में पिछले छह दशक में ध्यान नहीं दिया गया। प्रधानमंत्री ने अलग मंत्रालय बनाकर कौशल और श्रम को सम्मानजनक स्थान दिलवाया। उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ कौशल विकास भी चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि कौशल विकास की दिशा में मध्यप्रदेश ने सबसे पहले काम शुरू किया है और इस दिशा में अन्य राज्यों से काफी आगे बढ़ गया है।

उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में इसके लिये अलग मंत्रालय बनाकर पूरे देश में आदर्श प्रस्तुत किया है। उन्होंने बताया कि भारतीय सेना से अनुबंध कर सेना के रिटायर्ड कौशल सम्पन्न जवानों को भी प्रशिक्षण देने के काम में संलग्न किया जायेगा। उन्होंने कहा कि देश को कौशल सम्पन्न देश बनाने का काम राज्यों के सहयोग से ही संभव है। उन्होंने मध्यप्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री श्री चौहान की सराहना करते हुए कहा कि प्रदेश के 108 शासकीय आई.टी.आई. की ग्रेडिंग हो चुकी है। यह उल्लेखनीय कार्य है।

केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि पिछले छह दशकों में देश के युवाओं के साथ धोखा होता रहा। उनके कौशल विकास पर ध्यान नहीं दिया गया। मध्यप्रदेश में कौशल विकास के क्षेत्र में सबसे अच्छा काम चल रहा है। उन्होंने बताया कि कौशल विकास के लिये प्रधानमंत्री श्री मोदी ने 30 हजार करोड़ का बजट उपलब्ध करवाया है। अब एप्रेंटिसशिप अभियान भी चला रहे हैं।

उन्होंने राज्य सरकार के इस फैसले की भी सराहना की जिसके अनुसार आठवीं और दसवीं पास आई.टी.आई के बच्चों को दसवीं और बारहवीं के समकक्ष माना जायेगा। श्री रूड़ी ने कहा कि व्यावसायिक शिक्षण-प्रशिक्षण साथ-साथ चलना चाहिये।

तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री श्री दीपक जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री के स्किल इंडिया मिशन और मेक इन इंडिया को मध्यप्रदेश में मूर्त रूप दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री कौशल संवर्धन योजना और मुख्यमंत्री कौशल्या योजना की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश को कौशल सम्पन्न जनशक्ति का प्रदेश बनाया जायेगा।

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