रांची में एक ही परिवार के पांच लोगों ने की आत्‍महत्‍या

रांची में एक ही परिवार के पांच लोगों ने की आत्‍महत्‍या
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रांचीकोकर चौक के समीप रिवर्सा अपार्टमेंट के 10 वें तल्ले पर फ्लैट संख्या 1002 में डॉ सुकांतो सरकार के परिवार के पांच सदस्यों का शव मिला है. डॉ सुकांतो सरकार खुद गंभीर स्थिति में पाये गये. उनकी छाती पर चाकू से वार किया गया था. पुलिस ने उन्हें मेडिका में भरती कराया है. पुलिस को आशंका है कि डॉ सुकांतो ने परिवार के सभी पांच सदस्यों को आपसी सहमति से जहर देकर मार डाला. इसके बाद चाकू या किसी अन्य धारदार हथियार से अपनी छाती पर वार कर खुद को मारने का प्रयास किया.

मरनेवालों में डॉ सुकांतो चौधरी की पत्नी अंजना सरकार, पुत्र समीर सरकार, पोती सनिता, भतीजा पार्थिव सरकार की पत्नी मोमिता सरकार और उसकी बेटी सुमिता सरकार शामिल हैं. डॉ सुकांतो आर्मी से रिटायर्ड डॉक्टर हैं. फिलहाल नोएडा में रहते हैं. छह को रांची आये थे. यहां अपने रिश्तेदार थड़पखना निवासी डॉ एस चौधरी के रिवर्सा अपार्टमेंट स्थित फ्लैट में रुके थे.

घटना की जानकारी मिलने पर सदर थाना की पुलिस रविवार के दिन फ्लैट पहुंची. घटना स्थल पर सिटी एसपी कौशल किशोर और सदर डीएसपी विकास चंद्र श्रीवास्तव भी पहुंचे. पुलिस ने कमरे से एक सुसाइडल नोट बरामद किया है. सुसाइडल नोट समीर सरकार, मोमिता और डॉ सुकांतो चौधरी ने लिखा है. सभी ने आत्महत्या के लिए मधुमिता और नोएडा की एक एनजीओ को जिम्मेवार ठहराया है. मधुमिता समीर सरकार की पत्नी और डॉ सुकांतो सरकार की बहु है. मधुमिता वर्तमान में अपने ससुराल से अलग होकर कोलकाता मायके में रहती है.

जानकारी के अनुसार जिस फ्लैट में घटना घटी. वह फ्लैट थड़पखना निवासी डॉ एस चौधरी का है. डॉ सुकांतो चौधरी रिश्ते में डॉ एस चौधरी के मामा लगते हैं. डॉ एस चौधरी ने बताया कि बहु मधुमिता ससुर सहित पूरे परिवार को मानसिक रूप से प्रताड़ित करती थी. केस करने की धमकी देती थी. इसलिए बहु की प्रताड़ना से तंग आकर डॉ सुकांतो चौधरी अपने परिवार के सदस्यों के साथ छह अक्तूबर को रांची पहुंचे. सभी को मैंने अपने फ्लैट में रखा था. डॉ सुकांतो का भतीजा पार्थिव शनिवार की रात मेरे घर आया था. उन्‍होंने बताया कि शनिवार की रात अंतिम बार फोन पर डॉ सुकांतो से बात हुई थी. शनिवार की रात पार्थिव डॉ एस चौधरी के घर में रूक गया था. वह रविवार के दिन अपने चाचा से मिलने के लिए आने वाला था.

जब रविवार के दिन पार्थिव सरकार रिवर्सा अपार्टमेंट पहुंचा. तब दरवाजा बंद मिला. अंदर से किसी के आवाज नहीं आने पर डॉ एसके चौधरी ने डॉ सुकांतो को फोन किया. तब परिवार के सदस्य फ्लैट का दरवाजा तोड़ कर अंदर घुसे. डॉ सुकांतो चौधरी एक कमरे में घायल अवस्था में पड़े थे. उनके शरीर से खून निकल रहा था. वहीं उसी कमरे में पड़े समीर सरकार की मौत हो चुकी थी. जबकि दूसरे कमरे में चार अन्य लोगों का शव पड़ा हुआ था. घटना स्थल को देखने से पुलिस को आशंका है कि शनिवार की देर रात पहले परिवार के तीन सदस्यों ने आपसी सहमति से जहर खा लिया होगा. दोनों बच्चों को जहर खिलाया गया होगा. जब सभी की मौत हो गयी. तब खुद सुकांतो ने चाकू से छाती पर हमला कर आत्महत्या का प्रयास किया होगा. आत्महत्या सुनियोजित तरीके से आपसी सहमति से की गयी है.

दो दिन पहले लोअर बाजार थाने में दर्ज करायी थी शिकायत 

डॉ एस चौधरी ने बताया डॉ सुकांतो ने अपनी बहु के खिलाफ घटना से दो दिन लोअर बाजार थाने में शिकायत दर्ज कराया था. जिसमें इस बात का उल्लेख था कि मेरे बहु मधुमिता मुझे और परिवार के अन्य सदस्यों को झूठे केस में फंसा सकती है. इसलिए मैं नोएडा छोड़ कर रांची आ गया हूं. मेरी बहु साजिश के तहत मेरे परिवार को बर्बाद करने के लिए कुछ भी करवा सकती है. डॉ सुकांतो चौधरी मूल रूप से चाईबासा के रहने वाले हैं. लेकिन उनका बेटा समीर नोएडा में आइटी कंपनी में इंजीनियर है. मोमिता भी मधुमिता की बहन है. पूरा परिवार वर्तमान में नोएडा सेक्टर 61 में रहता था. पार्थिव के पिता की मौत हो चुकी है. वह भोपाल में बैंक अधिकारी है. उसकी पत्नी और बेटी भी नोएडा में ही रहती थी.

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