बस्तर के सभी जिलों मेें कलेक्टर, एसपी और डीएफओ के पदों पर हों स्थानीय युवा :मुख्यमंत्री

बस्तर के सभी जिलों मेें कलेक्टर, एसपी और डीएफओ के पदों पर हों स्थानीय युवा :मुख्यमंत्री
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रायपुर: मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि राज्य के आदिवासी बहुल बस्तर अंचल को नक्सल हिंसा के दर्द से बहुत जल्द मुक्ति मिलेगी और बस्तर निकट भविष्य में विकास के गीत गाएगा। वहां के गांवों और वनों में ढोल और मांदल की स्वर लहरियां गूंजेंगी। राज्य सरकार बस्तर में एक नई पीढ़ी के निर्माण में लगी है। डॉ. सिंह आज बस्तर संभाग के जिला मुख्यालय दंतेवाड़ा में एक विशाल जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने इस मौके पर 231 करोड़ से ज्यादा के विकास कार्यों का लोकार्पण , भूमिपूजन और शिलान्यास किया।
डॉ. सिंह ने मां दंतेश्वरी के इस नगर के हाई स्कूल मैदान में जनता को सम्बोधित करते सभी लोगों को शारदीय नवरात्रि की बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा – मां दंतेश्वरी के आशीर्वाद से डॉ. रमन का एक सपना उस दिन पूरा होगा जब बस्तर संभाग के सभी सातों जिलों में कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और वन मंडलाधिकारी (डीएफओ) जैसे पदों पर हम सब बस्तर की धरती के बेटे-बेटियों को जनता की सेवा करते हुए देखंेगे। राज्य सरकार की यह तैयारी है कि हमारे ही बीच के बेटे-बेटियां संघ लोकसेवा आयोग की प्रतियोगी परीक्षाओं में चयनित होकर इन उच्च प्रशासनिक पदों पर काम करें। हम सब मिलकर बस्तर में एक नई पीढ़ी के निर्माण में लगे हैं। मां दंतेश्वरी के आशीर्वाद से हमारा लक्ष्य जरूर पूरा होगा। उन्होंने कहा – हम चाहते हैं कि बस्तर वासियों के बच्चे न केवल स्कूल कॉलेजों में पढ़ंे बल्कि पढ़ाई पूरी करने के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं में भी शामिल हो और उच्च पदों पर पहुंचे।
इसी कड़ी में मुख्यमंत्री ने प्रयास आवासीय विद्यालयों के बच्चों का उदाहरण दिया और कहा – मुझे गर्व है कि राज्य सरकार द्वारा संचालित प्रयास विद्यालयों से इस वर्ष 27 विद्यार्थी देश की सबसे कठिन प्रतियोगी परीक्षा में सफल होकर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आई.आई.आई.टी) के लिए चयनित हुए हैं। ये सभी सुदूर अंचलों के विद्यार्थी हैं। इस वर्ष हमारा लक्ष्य है कि प्रयास विद्यालयों के कम से कम एक सौ बच्चे इस प्रतियोगी परीक्षा में कामयाब होकर आई.आई.टी. में पहुंचे। डॉ. सिंह ने कहा कि बस्तर के अबूझमाड़ इलाके को सड़क सम्पर्क से जोड़ा जा रहा है। मुझे यह देखकर खुशी होती है कि बस्तर संभाग में सड़क, रेल, मोबाइल फोन और बिजली की कनेक्टिविटी लगातार बढ़ रही है।
उन्होंने राज्य और केन्द्र सरकार की योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि सभी योजनाएं आम जनता की बेहतरी के लिए हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश के पांच करोड़ गरीब महिलाओं को उज्ज्वला योजना की सौगात दी है। इस योजना में निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन दिए जा रहे हैं। पहला सिलेण्डर भी मुफ्त दिया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में 25 लाख परिवारों को इसका लाभ मिलेगा। महिलाओं को रसोई घर के धुएं से मुक्ति मिलेगी और लगभग  12 करोड़ पेड़ कटने से बचेंगे। मुख्यमंत्री ने दंतेवाड़ा प्रवास का जिक्र करते हुए कहा कि नवरात्रि में यहां आने पर मुझे नई ऊर्जा मिलती है। आम सभा को स्कूल शिक्षा और आदिम जाति विकास मंत्री श्री केदार कश्यप ने भी सम्बोधित किया। मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती वीणा सिंह, बस्तर के लोकसभा सांसद श्री दिनेश कश्यप, विधायक श्रीमती देवती कर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कमला नाग और उपाध्यक्ष श्री मनीष सुराना सहित अनेक जनप्रतिनिधि तथा प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
डॉ. रमन सिंह ने आज शारदीय नवरात्रि के अवसर पर जिले के विकास और आम जनता की बेहतरी के लिए लगभग 231 करोड़ रूपए के 19 विभिन्न निर्माण कार्यों का लोकार्पण, भूमिपूजन और शिलान्यास किया। उन्होंने इनमें से 12 करोड़ 21 लाख रूपए के सात पूर्ण हो चुके कार्यों का लोकार्पण और 219 करोड़ 19 लाख रूपए के 12 नये स्वीकृत कार्यों का भूमिपूजन और शिलान्यास किया। उन्होंने इसके पहले दंतेवाड़ा के लाइवलीहुड कॉलेज में उन युवाओं से मुलाकात की जो केन्द्रीय रिर्जव पुलिस बल (सी.आर.पी.एफ.) की नवगठित बस्तर बटालियन में भर्ती होने के लिए प्रशिक्षण ले रहे हैं। उन्होंने इन युवाओं का हौसला बढ़ाया।
यह भी उल्लेखनीय है कि रेलगाड़ी के पहियों पर दौड़ने वाले अनोखे और अत्याधुनिक अस्पताल ’लाईफ लाईन एक्सप्रेस’ ने इन दिनों दंतेवाड़ा में अपना पड़ाव डाला है। मुख्यमंत्री ने इसके निःशुल्क चिकित्सा शिविर में आए डॉक्टरों और मरीजों से जिला अस्पताल में मुलाकात करेंगे। डॉ. उन्होंने दंतेवाड़ा प्रवास के दौरान जिले में 65 करोड़ रूपए की लागत से बनने वाली दो समूह जल प्रदाय योजनाओं के लिए निर्माण कार्यों का शुभारंभ किया। इनमें से ग्राम धुरली की समूह जल प्रदाय योजना पर 47 करोड़ 55 लाख रूपए और ग्राम नेरली की समूह जल प्रदाय योजना पर 14 करोड़ 82 लाख रूपए खर्च किए जाएंगे। इन योजनाओं के बन जाने पर 32 गांवों के लोगों को हैण्डपम्पों के लालपानी की समस्या से मुक्ति मिलेगी और उन्हें आयरन रहित शुद्ध पेयजल मिल सकेगा। मुख्यमंत्री दंतेवाड़ा जिले के 86 विद्युत विहीन गांवों को सौर ऊर्जा से रौशन करने के लिए नये ट्रांसफार्मर लगाने, सोलर होम लाईट वितरित करने तथा सोलर पावर पाइंट और सोलर पम्प स्थापना के लिए 20 करोड़ 32 लाख रूपए की परियोजना का भी शिलान्यास किया। दंतेवाड़ा में युवाओं के कौशल प्रशिक्षण के लिए संचालित लाईवलीहुड कॉलेज भवन का निर्माण तीन करोड़ 42 लाख रूपए की लागत से किया जाएगा। मुख्यमंत्री इसका भी शिलान्यास किया। हाईस्कूल मैदान में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विभिन्न योजनाओं के तहत हितग्राहियों को एक करोड़ 38 लाख रूपए के चेक और सामान भी बांटे।
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