खेल में भी आगे बढ़ने एवं उपलब्धि हासिल करने की हैं असीम संभावनाएं :मंत्री अनिला भेंड़िया

खेल में भी आगे बढ़ने एवं उपलब्धि हासिल करने की हैं असीम संभावनाएं :मंत्री अनिला भेंड़िया
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रायपुर : महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया ने कहा है कि समाज के अन्य क्षेत्रों की भांति खेलकूद के क्षेत्र में भी व्यक्ति के आगे बढ़ने एवं उपलब्धि हासिल करने की असीम संभावनाएॅ हैं। उन्होंने कहा कि पुराने समय में यह उक्ति प्रचलित थी कि ‘पढ़ोगे लिखोगे तो बनोगे नवाब, खेलोगे कूदोगे तो होगे खराब‘ किंतु आज हमारी खेल प्रतिभाओं ने मेहनत एवं लगन से खेल के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं।

मंत्री श्रीमती भेंड़िया आज बालोद के सरदार वल्लभ भाई पटेल मैदान में आयोजित 22वें राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता के शुभारंभ अवसर पर अपने उद्गार व्यक्त कर रहीं थी। जिला प्रशासन एवं स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 11 सितम्बर तक 22वें राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है।

मंत्री श्रीमती भेंडिया कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थी। कार्यक्रम की अध्यक्षता संजारी-बालोद विधायक श्रीमती संगीता सिन्हा ने की। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सोनादेवी देशलहरा, नगर पालिका परिषद बालोद के अध्यक्ष श्री विकास चोपड़ा, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री मिथिलेश निरोटी, जनपद पंचायत बालोद की अध्यक्ष श्रीमती प्रेमलता साहू, कृषि उपज मण्डी बालोद के अध्यक्ष श्री भोलाराम देशमुख सहित कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री जितेन्द्र कुमार यादव उपस्थित थे।

कार्यक्रम में स्कूली बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। सुमधुर छत्तीसगढ़ी गीत ‘हाय रे सरगुजा नाचे‘ के मधुर धुन पर कार्यक्रम में उपस्थित अतिथि भी विद्यार्थियों के साथ नृत्य में संगत करने से अपने आप को रोक नहीं पाए। इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने खेल ध्वज फहराया और राष्ट्रीय खिलाड़ी कु. शतिकीय दुबे ने खिलाड़ी छात्र-छात्राओं को खेल भावना के साथ प्रतियोगिता में शामिल होने की शपथ दिलाई।

मंत्री श्रीमती भेंडिया ने प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए राज्य के कोने-कोने से आए सभी खिलाड़ी छात्र-छात्राओं का स्वागत एवं अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में खेलों के विकास तथा संवर्धन के लिए निरंतर कार्य किए जा रहे हैं।

उन्होंने जीवन में खेल के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ईश्वर ने प्रत्येक व्यक्ति को अलग-अलग प्रतिभा देकर उन्हें विशिष्ट बनाया है। आवश्यकता है परिश्रम एवं लगन से उसे परिष्कृत एवं परिमार्जित करने की। उन्होंने प्रतियोगिता में शामिल होने वाले विद्यार्थियों को सभी सुविधाएॅ उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए।

22वें राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता में बालक-बालिकाओं के लिए रस्साकसी, थाई बॉक्सिंग, म्युथाई तथा फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। इसमें राज्य के सभी 05 खेल जोनों के चयनित प्रतियोगी छात्र-छात्राएॅ शामिल हो रहे हैं।

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