दिवांगत जज की श्रद्धांजलि सभा में ट्रंप की फजीहत, लगे राष्ट्रपति चुनाव में हराने के नारे

दिवांगत जज की श्रद्धांजलि सभा में ट्रंप की फजीहत, लगे राष्ट्रपति चुनाव में हराने के नारे
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वॉशिंगटन
अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट की दिवांगत जस्टिस रूथ बेडर गिंसबर्ग की श्रद्धांजलि सभा में डोनाल्ड ट्रंप पत्नी मेलानिया के साथ पहुंचे थे। इस दौरान कुछ लोगों ने उनके विरोध में नारे लगाने शुरू कर दिए। लोगों ने कहा कि ट्रंप को हराने के लिए वोट दें। इस असहज स्थिति को देख ट्रंप कुछ देर बाद वापस चले गए।

मास्क पहने नजर आए ट्रंप और मेलानिया
इस दौरान ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया मास्क पहने भी नजर आए। बता दें कि ट्रंप पहले कई बार मास्क पहनने से इनकार कर चुके हैं। उन्होंने मास्क पहनने को अनिवार्य बनाने वाले बिल पर हस्ताक्षर करने से भी इनकार कर दिया था। अमेरिका कोरोना वायरस के मामले में दुनिया में शीर्ष देश है, ऐसे में चुनाव से पहले ट्रंप किसी भी हालत में खुद को संक्रमित नहीं करना चाहते हैं।

जज की नियुक्ति पर खींचतान जारी
अमेरिकी जज गिंसबर्ग के निधन के बाद से राष्ट्रपति ट्रंप सुप्रीम कोर्ट में नए जज की नियुक्ति करना चाहते हैं। जबकि, उनके विरोधी उम्मीदवार जो बाइडेन और उनकी डेमोक्रेटिक पार्टी इसका विरोध कर रही है। ट्रंप की विरोधी डेमोक्रेटिक पार्टी का कहना है कि राष्ट्रपति चुनाव होने में केवल 2 महीने का समय है। इसलिए, नए जज की नियुक्ति का काम चुनाव के बाद नए राष्ट्रपति को करना चाहिए।

ओबामा को भी जज की नियुक्ति से रोका जा चुका है
डेमोक्रेट का विरोध इसलिए भी है क्योंकि 2016 में जब बराक ओबामा राष्ट्रपति थे तब रिपब्लिकन ने लगभग एक साल तक सुप्रीम कोर्ट में नए जज की नियुक्ति नहीं होने दी। चुनाव बाद जब ट्रंप राष्ट्रपति बने तब उन्होंने नील गोरसच को जज नियुक्त किया था। ऐसा लगता नहीं है कि ट्रंप 2 महीनों का इंतजार करेंगे।

ट्रंप की जज की नियुक्ति का क्या पड़ेगा प्रभाव
ट्रंप अमेरिकी राष्ट्रपति के एक कार्यकाल के दौरान अबतक सुप्रीम कोर्ट में दो जजों की नियुक्ति कर चुके हैं। अगर वह गिंसबर्ग की जगह पर तीसरे जज की नियुक्ति करते हैं तो इसका अमेरिका की राजनीति पर लंबा असर पड़ेगा। अगर कोर्ट में ट्रंप के पक्ष में जजों का झुकाव हो जाता है तो वह अपने सरकारी एजेंडा को तेजी से आगे बढ़ा सकते हैं। ओबामाकेयर, गर्भपात का अधिकार, आव्रजन, टैक्सेशन और क्रिमिनल जस्टिस के मुद्दे पर उनकी पार्टी को आगामी 30 साल के लिए बढ़त मिल जाएगी।

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