बिहार की मानव श्रृंखला से देश-दुनिया को जाएगा अच्छा संदेश : नीतीश

बिहार की मानव श्रृंखला से देश-दुनिया को जाएगा अच्छा संदेश : नीतीश
Facebooktwitterredditpinterestlinkedinmail

भागलपुर:मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि देश-दुनिया को संदेश देने के लिए मानव शृंखला बनाई जा रही है। इसमें समाज के सभी वर्गों का समर्थन मिल रहा है। इससे यह मानव शृंखला ऐतिहासिक साबित होगी।

मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को हरिदासपुर में सात निश्चय योजना की समीक्षा की। महिला आईटीआई का उद्घाटन और जिला निबंधन सह परामर्श केन्द्र का निरीक्षण करने के बाद सैंडिस कंपाउण्ड में चेतना सभा को संबोधित किया। 40 मिनट के संबोधन में उन्होंने शराबबंदी, मानव शृंखला, सात निश्चय योजना के अलावा महिला और युवाओं की योजनाओं पर बल दिया।

सीएम ने कहा कि शराबबंदी से समाज का माहौल अच्छा हुआ है। जो पति शराब पीकर घर आने पर झगड़ा करता था, वही अब बाजार से सब्जी खरीदकर ला रहा है। शराबबंदी से सामाजिक परिवर्तन हुआ है और साम्प्रदायिक सौहार्द का माहौल बना है।

सरकार ने जब शराबबंदी का निर्णय लिया तो विरोध कर इसका मजाक उड़ाया गया। लेकिन, विश्वास है कि अंत में सब लोग साथ हो जाएंगे। शराबबंदी से बिहार को पांच हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, लेकिन बिहारवासियों के 10 हजार करोड़ रुपये बच रहे हैं।

मादक पदार्थ बिकता दिखे तो आप भी दें सूचना

सीएम ने कहा कि शराबबंदी को लेकर बने कठोर कानून के बावजूद झारखंड, यूपी, बंगाल, हरियाणा, उड़ीसा आदि राज्यों से चोरीछिपे शराब आ रही है। ऐसे लोगों के विरुद्ध अधिकारियों को कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। लापरवाही बरतने पर अधिकारियों के विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी। यदि कोई मादक पदार्थ बेचता दिखे तो आप भी पुलिस को तत्काल सूचना दें।

शराब पर पाबंदी लगने से कम हो रहे अपराध

सीएम ने कहा कि एक अप्रैल 2015 से दिसंबर 2015 और अप्रैल 2016 से दिसंबर 2016 की तुलना की जाए तो बिहार में हत्या की घटनाओं में 23 प्रतिशत, डकैती में 23 प्रतिशत, लूट में 19 प्रतिशत, फिरौती के लिए अपहरण के मामले में 42 प्रतिशत, संगीन दंगे में 33 प्रतिशत और सड़क दुर्घटनाओं में 19 प्रतिशत की कमी आयी है।

ताड़ी नहीं, नीरा पीजिए

40 मिनट के संबोधन के दौरान सीएम ने कहा कि ताड़ी बंद कर नीरा पीजिए। नीरा स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है। विकास आयुक्त की अध्यक्षता में बनी टीम फरवरी-मार्च तक योजना को अंतिम रूप दे देगी। इसके बाद नीरा से गुड़ भी बनाया जाएगा। ताड़ी बेचने वालों को नीरा से ज्यादा आमदनी होगी। राजगीर में आयोजित कैबिनेट की बैठक में नीरा के गुड़ से बना पेड़ा परोसा गया था। बहुत स्वादिष्ट था।

Facebooktwitterredditpinterestlinkedinmail

watchm7j

Leave a Reply

Your email address will not be published.