बजट सत्र: विपक्ष की टोका-टाकी, झामुमो के बहिष्कार के बीच राज्यपाल का अभिभाषण

बजट सत्र: विपक्ष की टोका-टाकी, झामुमो के बहिष्कार के बीच राज्यपाल का अभिभाषण
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रांची : राज्यपाल द्रौपदी मुरमू ने कहा है कि विगत वर्ष में सरकार द्वारा कई महत्वपूर्ण एवं लोकहित में निर्णय लिये गये. इसमें सीएनटी-एसपीटी में संशोधन का निर्णय अभूतपूर्व, ऐतिहासिक और दूरगामी प्रभाव वाला है. हमारी सरकार ने अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति से निर्णय लिया है़   चाहे राज्य के विकास की बात हो या फिर आदिवासी-मूलवासी हितों की रक्षा का सवाल हो, सरकार कोई समझौता नहीं करेगी़   आदिवासियों को उनका हक दिलाने के लिए संशोधन किया गया है़.

राज्यपाल मंगलवार को बजट सत्र के पहले दिन सदन को संबोधित कर  रहीं थी़ं   अपने 53 मिनट के अभिभाषण में राज्यपाल ने सरकार की उपलब्धियां  गिनायीं.  राज्यपाल ने बताया कि सरकार के कामकाज से झारखंड ने विकास के क्षेत्र  में मानक तय किया है़  राज्य राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पूंजी निवेश  को आकर्षित कर रहा है़

राज्यपाल ने स्थानीय नीति की भी सराहना की. राज्यपाल ने कहा कि पिछले षष्टम और सप्तम सत्र में जनहित से जुड़े अल्प सूचित प्रश्न, तारांकित प्रश्न, निवेदन, ध्यानाकर्षण, शून्यकाल जिनका उत्तर सदन में दिया जाना था, अनुत्तरित रह गये़   यहां तक कि मुख्यमंत्री प्रश्नकाल के दौरान जनहित से जुड़े मुद्दे पर मुख्यमंत्री का उत्तर भी नहीं सुना गया़  यह स्वथ्य लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत नहीं है़   राज्यपाल ने विपक्ष की टोका-टोकी, सरकार विरोधी टिप्पणी के बीच अपना अभिभाषण पूरा किया़   राज्यपाल के अभिभाषण के अंत होने के चार मिनट पहले  झामुमो विधायकों ने सदन का बहिष्कार किया़ .

सीएनटी-एसपीटी पर जैसे ही राज्यपाल बोलने लगीं, विपक्षी विधायकों ने विरोध किया़    झाविमो विधायक प्रदीप यादव सदन में सबसे पहले अभिभाषण के विरोध में खड़े हुए़    श्री यादव का कहना था कि सरकार सीएनटी-एसपीट एक्ट में संशोधन वापस ले, उसके बाद राज्यपाल सरकर की उपलब्धियां बताये़ं   इसके बाद अभिभाषण के क्रम में प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन, स्टीफन मरांडी, रवींद्र महतो, जगन्नाथ महतो, अमित महतो, नलिन साेरेन सहित कई विपक्षी विधायकों ने अपनी बातें रखी.  विपक्ष का कहना था कि सरकार द्वारा राज्यपाल से झूठ का पुलिंदा पढ़ाया जा रहा है़   उधर, राज्यपाल द्रौपदी मुरमू ने नेताओं से दलीय प्रतिबद्धता से ऊपर उठ कर राज्य के सर्वांगिण विकास की प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग लेने का आह्वान किया. राज्य की जनता की आकांक्षा और अपेक्षा को पूरा करने के लिए काम करने को कहा.
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