विरोधी दलों के पास कोई भी मुद्दा नहीं रह गया: मुख्यमंत्री

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अनूपपुर. 16 नवम्बर को अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र के परासी ग्राम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चुनावी सभा को सम्बोधित किया. इस अवसर पर मंच पर गृहमंत्री भूपेन्द्र सिंह, विधायक रामालाल रौतेल, भाजपा जिलाध्यक्ष रामदास पुरी, नपा पसान अध्यक्ष राम अवध सिंह, समेत भाजपा के कद्दावर नेता उपस्थित रहे. मुख्यमंत्री की उपस्थिति में कांग्रेस और दूसरे दलों को छोड़कर आए लोगों ने भाजपा की सदस्यता ली. पूर्व ऊर्जा मंत्री तथा कांग्रेसी नेता बिसाहू लाल सिंह के गृह ग्राम में आयोजित इस सभा में उपस्थित जन समुदाय को देख तरह-तरह के मायने भी निकाले गए. वहीं  बीते दो माह से गृहमंत्री भूपेन्द्र सिंह द्वारा अनूपपुर विधानसभा में किए जा रहे सतत जनसंपर्क को भी भीड़ का कारण बतलाया जा रहा है. गृहमंत्री भूपेन्द्र सिंह स्वयं जनसंपर्क में लगे हुए हैं तथा प्रत्येक मतदाता से भाजपा के पक्ष में मतदान की अपील कर रहे हैं.

सबकों आवास दिलाना संकल्प

मुख्यमंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि अब हमारे विरोधी दलों के पास कोई भी मुद्दा नहीं रह गया है. वे बात-बात पर ऐसी हरकते कर रहे हैं कि जनता का ध्यान उनकी ओर जाये. वे न तो विकास की बात करते हैं और न उन्नति की. हमारा उद्देश्य है कि समाज के हर व्यक्ति को शिक्षा,स्वास्थ्य और आवास की पूरी सुविधा मिले. जिसके लिए विभिन्न योजनाएं पूर्व से ही संचालित की जा रही है. भूमिहीनों को भूमि के पट्टे देने के साथ ही आवासहीनों को सरकार आवास बनाकर दे रही है. आगे आने वाले दो वर्षों में 13 लाख  आवास बनाकर दिए जायेंगे जिसके लिए ग्रामीण क्षेत्र में 4 लाख आवास भी बनाए जा रहे हैं.

नोट बंद दो दिन की परेशानी

प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 500 और 1000 के नोट बंद करने की घोषणा के संबंध में भी मुख्यमंत्री ने मंच से कहा कि ईमानदार लोगों और किसानों को  परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है. परेशान सिर्फ कांग्रेसी नेता और गलत ढंग से रुपए कमाने वाले दिख रहे हैं जिन्हें अपने काले धन की चिंता हो रही है. बडे नोटों के बंद  होने से जाली नोटों का काला बाजार  बंद होगा साथ ही देश में ही छुपा हुआ कालाधन बाहर आ जाएगा. 43 दिनों की मोहलत की बात कहते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को अब किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी.

उच्च शिक्षा का शिक्षण शुल्क देगी सरकार

मध्यप्रदेश को शिक्षा के क्षेत्र में नम्बर 1 बनाने के लिए शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमारे द्वारा यह योजना बनाई गई है कि अब यदि आदिवासी भांजे भाजियों के साथ ही सामान्य जाति के गरीब भांजे भांजियों का चयन आईआईटी, आईआईएम या मेडिकल के क्षेत्र में होता है ऐसे  छात्रों की फीस उनके माता पिता नहीं भरेंगी बल्कि उनकी  फीस का भुगतान मामा शिवराज सिंह चौहान करेगा.

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